PATNA : नीतीश कुमार ने मांझी को लेकर जो बातें कही है उसमें सच्चाई है उसे गलत नहीं ठहराया जा सकता है। यह बात पूरा बिहार जानता है कि नीतीश कुमार नहीं मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन जिस तरीके से उन्होंने बात कि उसे तरीके से ना कह कर और बेहतर तरीके से कहा जा सकता था। यह बातें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि -तू ताम की भाषा मर्यादा के अनुरूप नहीं है। इसको मर्यादा में रहकर अच्छे तरीके से भी कहा जा सकता था। अब ऐसी स्थिति बनी तो उन्होंने गुस्सा में कुछ कह दिया। लेकिन, जो बातें कही है उसमें सच्चाई है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि - मुख्यमंत्री जी को पूरा राज्य चलना है प्रशासन चलना है तो ऐसे में कुछ चीज कर उनके तरफ से कही गई तो बातें गलत नहीं थी बल्कि उसकी और अच्छे तरीके से कहा जा सकता था। राजनीति में मर्यादा बनाई रखनी चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष में नीतीश कुमार की बातों को गलत ठहराते हुए कहा कि यदि नीतीश कुमार की बात गलत नहीं होती तो दूसरे दिन माफी नहीं मांगते।
दरअसल,विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर गुरुवार को चर्चा हो रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने इस दौरान चर्चा में भाग लेते हुए जातीय सर्वे पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि - क्या सरकार कभी इसका विश्लेषण किया है कि आरक्षण का लाभ लोगों को मिल रहा है। इतना सुनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और खड़ा होकर बोलने लगे। उन्होंने कहा कि - जीतन राम मांझी को कोई ज्ञान नहीं है। मेरी मूर्खता की वजह से सीएम बन गए। उन्होंने आगे बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये गवर्नर बनना चाहता है, पहले भी आप लोगों के पीछे घूमता था, बनवा दीजिए गवर्नर।
उधर, इस मामले को लेकर जीतन राम मांझी ने कहा है कि - नीतीश कुमार ने हमारे सभी समाज का अपमान किया है। उन्होंने ना केवल मेरा अपमान किया है बल्कि मेरे पूरे समाज का अपमान किया है। हम राष्ट्रपति से मिलेंगे और बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करेंगे। नीतीश कुमार ने जो मुझ पर आरोप लगाए हैं पूरी तरह से गलत है। मुझे राज्यपाल बनने की कोई इच्छा है। नीतीश कुमार मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।