PATNA : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान भारी हंगामा हुआ। प्रजनन पर सीएम नीतीश के बयान से सदन में भारी बवाल हुआ। मुख्यमंत्री के सामने ही विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्टर टेबल-कुर्सी को उठा लिया और पटकने लगे। इतना ही नहीं भाजपा विधायक बेल में पहुंच हंगामा करना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री के सामने ही भाजपा विधायकों ने हाथ में कुर्सियां उठा ली और महिलाओं को लेकर दिए बयान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वापस ले लिया और सदन में माफी मांगी।
दरअसल, विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन शुरू होते ही विपक्ष ने सीएम के तरफ से महिलाओं पर दिए बयान का मुद्दा उठाया। उसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि- नीतीश कुमार ने महिलाओं के बारे में काफी आपत्तिजनक टिप्पणी की है। यह काफी शर्मनाक है। इसको लेकर मुख्यमंत्री इस्तीफा करें। इसके बाद विपक्ष वेल में पहुंच गया और जमकर हंगामा करने लगा।
वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बयान पर माफी मांग ली है। जब उन्होंने खेद व्यक्त कर दिया है तो मामला खत्म हो गया। हम अध्यक्ष से भी चाहेंगे कि अगर अससंदीय भाषा का प्रयोग किया गया है तो उसे प्रोसिडिंग से हटा दें। वहीं, सीएम नीतीश ने विपक्षी सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की। कहा कि- हम आपको बता देते हैं। हमसे आज प्रेस वालों ने बोला तो हमने सफाई दे दी है। कल आपसभी लोग मौजूद थे, सभी एकजुट थे और सबलोगों की सहमति से सारी निर्णय लिया गया।
उधर, नीतीश कुमार जब सदन पहुंचे तो अपनी बातों को रखते हुए कहा कि- अगर हमने कोई बात कही, हमारी किसी बात से तकलीफ हुई है तो हम अपनी बात को वापस लेते है। मेरी बातों से तकलीफ हुई है तो हम न सिर्फ शर्म करते हैं बल्कि दुख प्रकट करता हूं। हम अपनी सारी बातों को वापिस लेता हूं। लेकिन हंगामा होता रहा और सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इस दौरान विस के स्पीकर ने कहा कि - जिन लोगों ने कुर्सी उठाई है उनका नाम नोट करें और यदि ऐसा वापस से करते हैं तो उन्हें सदन से बाहर करें।