NALANDA: सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में ही स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है. जिले के इकलौते आईएसओ 9001 अस्पताल में नहीं आते हैं डॉक्टर. इस अस्पताल में न तो समय से डॉक्टर आते हैं और न ही कोई अस्पतालकर्मी. इस बात का खुलासा तब हुआ जब जिले के सिविल सर्जन राम सिंह अचानक औचक निरीक्षण करने अस्पताल पहुंच गए. अस्पताल पहुंचने के बाद सिविल सर्जन ने जो हाल देखा उसे देखकर वो खुद भी हैरान हो गए. अस्पताल में न तो कोई डॉक्टर था और न ही कोई अस्पताल का कर्मचारी.
डॉक्टर के इंतजार में घंटों से बैठे मरीजों की हालत जब सिविल सर्जन को देखी नहीं गई तो उन्होंने खुद से ही मरीजों का इलाज करना शुरु कर दिया. सिविल सर्जन ने करीब डेढ़ घंटे तक मरीजों का इलाज किया. इस बात की जानकारी जब वहां तैनात डॉक्टरों और कर्मियों को मिली तो वो आनन फानन में अस्पताल पहुंचने लगे. सिविल सर्जन ने गायब डॉक्टर और कर्मियों की जमकर क्लास ली और आगे से ऐसा नहीं करने की सख्त हिदायतें दी.
बाद में सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि उन्हें पिछले कई दिनों से यह शिकायत मिल रही थी कि अस्पताल में समय से कोई डॉक्टर नहीं आता. उन्होंने कहा कि मरीजों की लगातार शिकायत के बाद ही उन्होंने अस्पताल का औचक निरीक्षण करने का फैसला किया जहां उन्हें मरीजों की शिकायतें सही पायी गयी.