चुनावी मैदान में उतरने से पहले अयोध्या जाएंगे मांझी, रामलला के दर्शन के बाद करेंगे नामांकन; कभी श्रीराम को बताया था काल्पनिक

चुनावी मैदान में उतरने से पहले अयोध्या जाएंगे मांझी, रामलला के दर्शन के बाद करेंगे नामांकन; कभी श्रीराम को बताया था काल्पनिक

GAYA: एक समय था जब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था और उन्हें काल्पनिक करार दिया था लेकिन समय और परिस्थितियां बदलने के बाद अब मांझी श्रीराम की शरण में आ गए हैं। गया सीट से चुनावी मैदान में उतरने से पहले जीतन राम मांझी पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन के बाद वापस लौटकर अपना नामांकन दाखिल करेंगे।


दरअसल, गया संसदीय सीट से उम्मीदवारी की घोषणा के बाद जीतन राम मांझी का श्रीराम प्रेम जग गया है। जीतन राम मांझी ने गया में मीडिया से बात करते हुए ऐलान किया कि पहले वे अयोध्या जाकर रामलला का दर्शन करेंगे। उसके बाद ही गया लौट कर वे अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को वे पूरे परिवार के साथ अयोध्या जा रहे हैं और वहां से लौट कर 28 मार्च को नामांकन दाखिल करेंगे।


एक सवाल के जबाब में मांझी ने कहा कि इंडी एलाइंस तास के पत्तों के तरह बिखर गया है। विपक्षी दलों को मेढ़क से तुलना करते हुए कहा कि बेंग को एक साथ तराजू पर तौलना नामुमकिन होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा लोग कहते हैं कि भाजपा शेड्यूल कास्ट का विरोध करती है लेकिन ऐसा नहीं है।


उन्होंने कहा कि इसका जीता-जागता उदाहरण अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में देखा जा सकता है, जहां महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट बनाया गया है। नरेंद्र मोदी ने यह साबित कर दिया है कि वे सभी जाति और धर्म के लोगों को साथ लेकर चलते हैं। मांझी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो 400 के पार लक्ष्य निर्धारित किया है उसे हर हाल में हासिल करेंगे।