चुनाव के पहले आपदा राहत पर गरमाई सियासत, आरजेडी ने नीतीश पर आरोपों की झड़ी लगाई

चुनाव के पहले आपदा राहत पर गरमाई सियासत, आरजेडी ने नीतीश पर आरोपों की झड़ी लगाई

PATNA :  बिहार में कोरोना और बाढ़ से जनता ट्रस्ट हो गई है. लेकिन इसके बावजूद भी बिहार में इस साल चुनाव होने वाला है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य के सियासी गलियारे में उथल-पुथल मची हुई है. एक ओर जहां जेडीयू के मंत्री श्याम रजक के आरजेडी जाने की अटकले तेज हो गई हैं. वहीं दूसरी ओर, आरजेडी ने भी अपनी पार्टी के 3 विधायकों के ऊपर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. राजद की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश के ऊपर जमकर हमला बोला गया है.




आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेस वार्ता कर सीएम के ऊपर आरोपों की झड़ी लगा दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश में मिसाल कायम किया स्वतंत्रता दिवस के अभिभाषण के दौरान राजनेतिक भाषण देकर बिहार की गरिमा को तार तार कर दिया. नीतीश कुमार ने अपने अभिभाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष को लेकर बयानबाजी की, जो बिल्कुल अनुचित थी. बिहार फॉउंडेन्स के नाम पर अपने करोड़ो रूपये का घोटाला किया गया. बिहार में सरकारी नौकरी के नाम पर भ्रष्ट्राचार किया गया है.




तेजस्वी को लेकर जगदानंद ने कहा कि जब वो दिल्ली से आये तो लगातार सरकार के सामने हकीकत को लाने का काम किया जनता के हक हकूक के लिये आवाज बुलंद की. तेजस्वी यादव ने लॉक डाउन के दौरान सरकार को पूरी तरह समर्थन दिया. बिहार सरकार ने दूसरे प्रदेश में फंसे लोगों को बिहार आने से रोका.


जगदानंद ने सीएम से पूछा कि वो बताये कि बिहार में मरीजों को किस दवा से ठीक किया गया. जो ठीक हुए अपने शारिरिक क्षमता से ठीक हुए हैं. आपको हिम्मत नही की आप जमीन पर जाए, आप हवा में जाकर लोगों का सुध लेते है. कोरोना और बाढ़ के बीच केवल और केवल तेजस्वी ही बाढ़ पीड़ितों के बीच में गए. सीएम नीतीश के शासनकाल में अपराध चरम पर है. आरजेडी के शासनकाल में बिहार अपराध के मामले में 26वां स्थान पर था मगर अब 23वे स्थान पर आ गया हैं.