चूहों ने बढ़ाकर रख दी रेलवे अधिकारियों की परेशानी, बंद करना पड़ गया टिकट बुकिंग काउंटर, बिना टिकट के यात्रा करने को लोग मजबूर

चूहों ने बढ़ाकर रख दी रेलवे अधिकारियों की परेशानी, बंद करना पड़ गया टिकट बुकिंग काउंटर, बिना टिकट के यात्रा करने को लोग मजबूर

 AURANGABAD: औरंगाबाद के फेसर रेलवे स्टेशन पर शैतान चूहों द्वारा टिकट बुकिंग काउंटर के कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर दिए जाने से यहां रेल टिकटों की बिक्री बंद हो गई है। टिकट बुकिंग काउंटर बंद होने से यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो गये हैं। चूहों का उपद्रव की यह कोई नई बात नहीं है बल्कि बिहार के शैतान चूहे पहले भी अपने कई कारनामों को अंजाम दे चुके हैं।


जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह से पूर्व मध्य रेलवे के दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड स्थित फेसर रेलवे स्टेशन पर तकनीकी कारणों से टिकट बुकिंग काउंटर बंद कर दिया गया। बुकिंग काउंटर का सिस्टम ऑन नहीं हुआ तो इसका कारण बताया गया कि चूहों ने सिसटम के तार को काट कर तहस नहस कर दिया है। जिसके कारण टिकट प्रिंट होना मुश्किल है। इस कारण फेसर स्टेशन से यात्रा आरंभ करने वाले यात्री बुकिंग काउंटर से निराश लौटना पड़ा। वे बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो गए। 


मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात जब फेसर स्टेशन का बुकिंग काउंटर बंद था तो रात के अंधेरे में चूहें अपना काम कर रहे थे और चूहों ने पर कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर डालने की घटना को अंजाम दे डाला। सोमवार की सुबह जब यात्री टिकट लेने पहुंचे तो रेलकर्मियों ने बताया कि चूहों द्वारा कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर दिए जाने से टिकट बुकिंग का काम बंद है। चूहों के उपद्रव के कारण रेल टिकट की बिक्री बंद होने की बात जंगल में लगी आग की तरह फैल गयी। करीब दो सौ यात्री टिकट लेने पहुंच गये लेकिन उन्हे टिकट नहीं मिला। 


रेल यात्रियों ने आरोप लगाया कि स्टेशन प्रबंधक की लापरवाही के कारण ऐसी समस्या उत्पन्न हुई है। सिस्टम को पहले से दुरुस्त नहीं रखा जाता है। यात्रियों के लिए बेटिकट सफर करना जोखिम भरा है और बिना टिकट यात्रा करने के आरोप में उन्हे पेनाल्टी भी देना पड़ सकता है। इस दौरान टिकट नही मिलने से भभुआ-पटना इंटरसिटी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया पैसेंजर, आसनसोल-वाराणसी पैसेंजर, धनबाद-डेहरी पैसेंजर सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों से सफर करने आये सैकड़ों यात्री रिस्क लेते हुए बेटिकट ही सफर पर रवाना हुए। 


वही इस मामले में पूछे जाने पर स्टेशन प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा कि चूहों द्वारा तार काट दिए जाने से टिकट काटने का कार्य बंद है। इसकी सूचना महकमें वरीय अधिकारियों को दी गई है। तात्कालिक तौर पर अप लाइन में अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन एवं डाउन लाइन में जाखिम स्टेशन पर यहां से यात्रा शुरु करनेवाले यात्रियों के लिए टिकट काटने की व्यवस्था की गई है। इन स्टेशनों पर 10 मिनट तक फेसर स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों का ठहराव होगा।


 इस दौरान यात्री वहां से टिकट ले सकेंगे। इन स्टेशनों से टिकट लेकर यात्री आगे का सफर तय कर सकेंगे। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी बिहार के चूहों ने थाने में रखी शराब को गटक लिया, बांध को कुतर डाला, शिक्षक नियोजन की कई फाइलों को भी कुतर दिया। ऐसे में भला रेलवे विभाग क्यों अछूता रहता यह सोच चूहों ने रेलवे को भी अपना निशाना बनाया। चूहों की कारस्तानी से परेशान अधिकारियों की भी निंद चूहों ने उड़ाकर रख दी है। इन चूहों ने बिहार के औरंगाबाद जिला स्थित फेसर रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग से जुड़े कंप्यूटरों के तारों को कुतर दिया है। इस कारण इस स्‍टेशन से यात्रा करने वाले लोगों को रेलवे टिकट नहीं दे पा रहा है। यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हैं।