ब्रेकिंग न्यूज़

बेतिया में तेज़ रफ्तार ट्रक ने 50 वर्षीय महिला को कुचला, मौके पर ही दर्दनाक मौत सहरसा में 25 हजार का इनामी अपराधी अजय दास गिरफ्तार, हथियार तस्करी में था वांछित TCH EduServe में शिक्षक भर्ती 4.0, CTET, STET, SSC और बैंकिंग के लिए नया बैच शुरू, मिलेगी मुफ्त टेस्ट सीरीज और विशेष छूट लग्ज़री लाइफ की चाह में मां बनी हैवान: बेटी की हत्या कर शव को बेड में छिपाया, फिर प्रेमी के साथ की अय्याशी Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती: भू-माफिया और तस्करों पर कसेगा शिकंजा Bihar Crime News: बिहार में रेलकर्मी की चाकू मारकर हत्या, रेलवे ट्रैक पर शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल

चूहों ने बढ़ाकर रख दी रेलवे अधिकारियों की परेशानी, बंद करना पड़ गया टिकट बुकिंग काउंटर, बिना टिकट के यात्रा करने को लोग मजबूर

1st Bihar Published by: AKASH KUMAR Updated Mon, 18 Oct 2021 08:45:57 PM IST

चूहों ने बढ़ाकर रख दी रेलवे अधिकारियों की परेशानी, बंद करना पड़ गया टिकट बुकिंग काउंटर, बिना टिकट के यात्रा करने को लोग मजबूर

- फ़ोटो

 AURANGABAD: औरंगाबाद के फेसर रेलवे स्टेशन पर शैतान चूहों द्वारा टिकट बुकिंग काउंटर के कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर दिए जाने से यहां रेल टिकटों की बिक्री बंद हो गई है। टिकट बुकिंग काउंटर बंद होने से यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो गये हैं। चूहों का उपद्रव की यह कोई नई बात नहीं है बल्कि बिहार के शैतान चूहे पहले भी अपने कई कारनामों को अंजाम दे चुके हैं।


जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह से पूर्व मध्य रेलवे के दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड स्थित फेसर रेलवे स्टेशन पर तकनीकी कारणों से टिकट बुकिंग काउंटर बंद कर दिया गया। बुकिंग काउंटर का सिस्टम ऑन नहीं हुआ तो इसका कारण बताया गया कि चूहों ने सिसटम के तार को काट कर तहस नहस कर दिया है। जिसके कारण टिकट प्रिंट होना मुश्किल है। इस कारण फेसर स्टेशन से यात्रा आरंभ करने वाले यात्री बुकिंग काउंटर से निराश लौटना पड़ा। वे बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो गए। 


मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात जब फेसर स्टेशन का बुकिंग काउंटर बंद था तो रात के अंधेरे में चूहें अपना काम कर रहे थे और चूहों ने पर कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर डालने की घटना को अंजाम दे डाला। सोमवार की सुबह जब यात्री टिकट लेने पहुंचे तो रेलकर्मियों ने बताया कि चूहों द्वारा कंप्यूटर सिस्टम के तारों को कुतर दिए जाने से टिकट बुकिंग का काम बंद है। चूहों के उपद्रव के कारण रेल टिकट की बिक्री बंद होने की बात जंगल में लगी आग की तरह फैल गयी। करीब दो सौ यात्री टिकट लेने पहुंच गये लेकिन उन्हे टिकट नहीं मिला। 


रेल यात्रियों ने आरोप लगाया कि स्टेशन प्रबंधक की लापरवाही के कारण ऐसी समस्या उत्पन्न हुई है। सिस्टम को पहले से दुरुस्त नहीं रखा जाता है। यात्रियों के लिए बेटिकट सफर करना जोखिम भरा है और बिना टिकट यात्रा करने के आरोप में उन्हे पेनाल्टी भी देना पड़ सकता है। इस दौरान टिकट नही मिलने से भभुआ-पटना इंटरसिटी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया पैसेंजर, आसनसोल-वाराणसी पैसेंजर, धनबाद-डेहरी पैसेंजर सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों से सफर करने आये सैकड़ों यात्री रिस्क लेते हुए बेटिकट ही सफर पर रवाना हुए। 


वही इस मामले में पूछे जाने पर स्टेशन प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा कि चूहों द्वारा तार काट दिए जाने से टिकट काटने का कार्य बंद है। इसकी सूचना महकमें वरीय अधिकारियों को दी गई है। तात्कालिक तौर पर अप लाइन में अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन एवं डाउन लाइन में जाखिम स्टेशन पर यहां से यात्रा शुरु करनेवाले यात्रियों के लिए टिकट काटने की व्यवस्था की गई है। इन स्टेशनों पर 10 मिनट तक फेसर स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों का ठहराव होगा।


 इस दौरान यात्री वहां से टिकट ले सकेंगे। इन स्टेशनों से टिकट लेकर यात्री आगे का सफर तय कर सकेंगे। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी बिहार के चूहों ने थाने में रखी शराब को गटक लिया, बांध को कुतर डाला, शिक्षक नियोजन की कई फाइलों को भी कुतर दिया। ऐसे में भला रेलवे विभाग क्यों अछूता रहता यह सोच चूहों ने रेलवे को भी अपना निशाना बनाया। चूहों की कारस्तानी से परेशान अधिकारियों की भी निंद चूहों ने उड़ाकर रख दी है। इन चूहों ने बिहार के औरंगाबाद जिला स्थित फेसर रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग से जुड़े कंप्यूटरों के तारों को कुतर दिया है। इस कारण इस स्‍टेशन से यात्रा करने वाले लोगों को रेलवे टिकट नहीं दे पा रहा है। यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हैं।