चिराग पासवान ने मनाया गणतंत्र दिवस, नीतीश के PM बनने पर बोले ... पहले बचा लें CM पद, छीनने का हो रहा प्रयास

चिराग पासवान ने मनाया गणतंत्र दिवस, नीतीश के PM बनने पर बोले ...  पहले बचा लें CM पद, छीनने का हो रहा प्रयास

PATNA  : पूरा देश आज 74वां गणतंत्र दिवस माना रहा है। इसी मौके पर पटना समेत पूरे बिहार में भी जश्न का माहौल है। पटना में गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य कार्यक्रम गांधी मैदान में आयोजित किया गया है। आज ही दिन यानी 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। इसी कड़ी में 74 वें गणतंत्र दिवस पर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने झंडोत्तोलन किया।  इस मौके पर उन्होंने पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।


चिराग पासवान ने कहा कि, गणतंत्र दिवस पर इस जिम्मेदारी का भी एहसास हम सब को करने की जरूरत है कि ना सिर्फ शहीदों को बल्कि उनके परिवार को भी आज के दिन याद करने की जरूरत है। देश की अस्मिता को बनाए रखने की जरूरत है।  चिराग ने कहा कि, आज के दिन हमारे संविधान हमारे संविधान के रचयिता भीमराव अंबेडकर जिनकी वजह से देश इतनी खूबसूरती से विकास के पथ पर आगे बढ़ने का काम कर रहा है जो सीख बाबा साहेब आंबेडकर के माध्यम से देश वासियों को दी है उसकी का निर्वहन आज हमलोग कर रहे हैं। 


इसके आलावा चिराग ने महागठबंधन के बीच मचे घमासान को लेकर कहा कि, यह उनका व्यक्तिगत मामला है। जहां एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा का सवाल है तो वो सही कह रहे हैं कि, कोई अपना हिस्सा क्यों छोड़ेगा। लेकिन वहीं पर जिस तरह से मुख्यमंत्री का बयान आता है कि  जिसको जहां जाना है यह मुख्यमंत्री की सोच को दर्शाता है। पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है यह वही मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपमानित कर दिया। 


जिस तरह से वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने से कोई भूला है क्या ऐसे में मुख्यमंत्री का रवैया अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रति जब वह अपने नेता कार्यकर्ता का सम्मान नहीं कर सकते तो वह बिहार की जनता का क्या सम्मान करेंगे। इसके आलावा चिराग ने कहा कि, यह फैसला उपेंद्र कुशवाहा को लेना है वह किस राह पर आगे चलना चाह रहे हैं। अपने लिए जो वह सोचेंगे बेहतर ही सोचेंगे।


इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, बिहार में नीतीश कुमार कब तक झंडोत्तोलन कर पाएंगे पहले इसकी चिंता वो करें।  उनको अभी से देश के बारे में नहीं सोचना चाहिए।  उनके लिए लाल किला तो बहुत दूर है।  बिहार में कब तक हो झंडोत्तोलन कर पाएंगे यह सोचना चाहिए।  सीएम से उनके खुद के गठबंधन के घटक दल उनसे बिहार में झंडा फहराने की शक्ति छीनने  का प्रयास कर रहे हैं, यह चिंता उनको ज्यादा होनी चाहिए कि बिहार में वह कब तक झंडोत्तोलन करेंगे देश बहुत दूर की बात है।