चिराग ने कहा अब भूल जाइये लालू शासन के 15 साल, नीतीश कुमार बताएं.. क्या अच्छा कर रहे हैं

चिराग ने कहा अब भूल जाइये लालू शासन के 15 साल, नीतीश कुमार बताएं.. क्या अच्छा कर रहे हैं

PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान लगातार बिहार सरकार पर हमलावर हैं. मंगलवार को बिहार बचाओ मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाने को लेकर उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस किया और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया. तो वहीं लालू यादव के लिए सॉफ्ट दिखे. उन्होंने लालू शासन के 15 साल को भूल जाने की बात कही. 


उन्होंने कहा कि अगर हम इतिहास में ही जीते रहेंगे और आज के ज्वलंत मुद्दे नहीं देखेंगे तो भविष्य में आगे नहीं बढ़ पाएंगे. इतिहास में ऐसा कोई नेता नहीं है जिनसे कोई गलती या चूक नहीं हुई होगी. जिस सम्पूर्ण क्रांति का नारा जेपी नारायण ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए दिया था. पर आज कौन सा ऐसा दल है या नेता है जो कांग्रेस के साथ सरकार में न रही हो. मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद कांग्रेस के साथ सत्ता में रहे हैं. लालू यादव भी रहे हैं. यह सब जय प्रकाश नारायण के अनुयायी रहे हैं.


चिराग पासवान ने कहा एक दशक में बहुत सी चीजें बदल जाती है. इमरजेंसी के बाद जिस कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया गया था बाद में पूर्ण बहुमत से फिर उसकी सरकार बनी थी. जरूरी है कि इतिहास की बातों से सीख लेकर उसे वहीं छोड़कर आगे बेहतर किया जाए. चिराग ने कहा कि  नीतीश कुमार लालू यादव के शासन को बुरा बताते हैं, अपराध गिनाते हैं, बेरोजगारी गरीबी गिनाते हैं तो आप बताइए कि उनसे बेहतर आप क्या काम कर रहे हैं. वो काल याद दिलाकर अपने काल को कैसे अच्छा कह सकते हैं. मुझे लगता है कि आज लालू शासन से बदतर स्थिति बिहार की है.


इससे पहले चिराग पासवान ने लाठीचार्ज पर कहा कि चलाइये मुख्यमंत्री जी जितनी गोलियां चलानी है. पर इस बात को गांठ बांध लीजिए कि ये आगाज था. चिराग पासवान ने कहा कि जितनी पुलिस प्रशासन इस मार्च को रोकने में लगाया गया था, वहीं पुलिस प्रशासन को नीतीश कुमार बिहार में बढ़ते अपराध, जहरीली शराब से हो रही मौत और क्राइम की रोकथाम में लगाते तो आज का दृश्य कुछ और ही होता. 


चिराग पासवान ने कहा कि, बिहार में बदलाव की ईंट 15 फरवरी को लोजपा रामविलास के द्वारा रख दी गई है. अब किसी भी समय मध्यवर्ती चुनाव संभव है. यह बदलाव नीतीश कुमार को कुर्सी से हटाकर बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के तहत से काम करेगी. चिराग पासवान कहीं ना कहीं बिहार में इन दिनों सक्रिय राजनीति में सख्त नजर आ रहे हैं. जो काम बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी को करनी चाहिए थी, वह मौजूदा समय में चिराग पासवान को करना पड़ रहा है. 


प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि शेल्टर होम की बच्चियों के साथ हुए दुर्व्यवहार को कौन भूल सकता है. जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है और सरकार खुद बिहारवासियों को नशे की ओर धकेल रही है. बिहार में अपराध चरम पर है और सरकार नींद से सोई हुई है.