PATNA : राजनीति में भाषा की सभी मर्यादाएं टूट रही हैं। जमुई में तेजस्वी यादव की चुनावी सभा के दौरान किसी समर्थक ने चिराग पासवान की मां के लिए अशब्दों का प्रयोग किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई के निवर्तमान सांसद चिराग पासवान ने इस पर भावुक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मेरे सामने कोई राबड़ी देवी या मीसा भारती के बारे में अपशब्द बोलता तो कभी बर्दाश्त नहीं करता। इसके बाद अब इस मामले में तेजस्वी यादव का भी बयान सामने आया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि चिराग पासवान को कौन गाली दे रहा है? यदि मेरे कानों में उसकी आवाज आती तो मैं भी बर्दाश्त नहीं करता।
तेजस्वी यादव ने कहा कि चिराग पासवान जी को गाली किसने दी? हमने तो नहीं दिया। मैंने वो वीडियो देखा है। किसी ने मुझे भी भेजा था। उसमें यह देखा गया की पब्लिक में कोई कुछ बोल रहा है। मंच से तो किसी ने उनको कुछ नहीं कहा। अब पब्लिक में कोई दे रहा है तो उसमें क्या कहा जा सकता है? वैसे तो लोग मुझे भी गालियां दे सकते है। इसलिए इस बात का बतंगड़ क्या बनाना?
तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि मेंरे सामने कोई कहा होता और मेरे कानो में यह बात आती तो इसे कोई बर्दाश्त कर लेता क्या? चुनाव के दौरान कौन बेवकूफ़ होगा जो ऐसी बातें करेगा। पब्लिक में कौन है, क्या है, वह अपना वीडियो बना रहा है। यह वीडियो पब्लिक में से आया है। इसमें मैं क्या कह सकता हूं।
तेजस्वी ने कहा कि मैं मंच से भाषण दे रहा हूं, वहां हजारों लोग हैं और हजारों लोगों में से कोई एक नीचे से वीडियो बनाकर कुछ बोल रहा है। यह नहीं कि वह वीडियो मंच से डाला जा रहा है। तो इसका क्या मतलब रह जाता है। ऐसे तो कितने लोग हमलोगों को भी गलियां देते रहता है, दिन रात। इसलिए यदि कोई नीचे पब्लिक से कोई कुछ बोलता है तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाता।
वहीं, जंगलराज को लेकर तेजस्वी ने कहा कि 10 साल से केंद्र में उनकी सरकार है, उनके सांसद हैं, उनके ही विधायक हैं। इसके बावजूद उनको जंगलराज लग रहा है। इससे अधिक उनको क्या कहा जा सकता है। यह तो अपने ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। इससे अधिक उनको क्या ही कहा जा सकता है। जब उन्हें अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं है तो मैं क्या कह सकता हूं।
तेजस्वी लिखेंगे किताब
उधर, नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार में नहीं जाने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को लेकर मैं कुछ नहीं बोलूंगा। वह हमारे लिए आदरणीय हैं। लेकिन यह बात आप सब लोग जानते हैं कि उनके ही दल में दो-चार लोग ऐसे हैं जिनकी वजह से मुख्यमंत्री जी की छवि को धूमिल किया जा रहा है। नीतीश कुमार का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब समय आएगा तो मैं किताब लिखूंगा। उसमें उन नाम का जिक्र भी करूंगा। मैं उनके बेटे की तरह हमेशा खड़ा था। लेकिन कुछ लोगों को यह नागवार गुजरा कि मैं उनके साथ क्यों खड़ा हूं।