PATNA : पटना के गर्दनीबाग में एक दबंग वार्ड पार्षद पति की छेड़खानी और अश्लील हरकतों की शिकार बनी महिला टीचर को अब जान जाने का डर सता रहा है. पीड़िता महिला शिक्षिका ने प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसके बाद उसे लगातार धमकियां मिल रही है. लेकिन पटना पुलिस खामोश है. सवाल ये उठ रहा है कि क्या पटना पुलिस को और बडी घटना का इंतजार है? महिला शिक्षिका के साथ छेड़खानी और अश्लील हरकतों का आरोपी वार्ड पार्षद पति पहले से भी संगीन मामलों का आरोपी है.
महिला आयोग के पास पहुंचा मामला
दरअसल 10 दिन पहले गर्दनीबाग की एक गुर्ल्स स्कूल की महिला शिक्षिका ने स्थानीय वार्ड पार्षद के पति अविनाश कुमार मंटू और उसके साथियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाये थे. महिला शिक्षिका ने गर्दनीबाग थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि उस पर बुरी नजर रखने वाले मंटू ने सड़क चलते रोक कर अश्लील फब्तियां कसी और विरोध करने पर शारीरिक छेड़छाड़ भी की थी. दस दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी मंटू और उसकी पत्नी और वार्ड पार्षद श्वेता राय समेत दूसरे अभियुक्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
गंभीर बात ये भी है कि उत्पीड़न का शिकार बनी महिला अल्पसंख्यक इसाई समाज से आती है. प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद महिला शिक्षिका को लगातार धमकी मिल रही है. चेतावनी दी जा रही है कि मुकदमा वापस ले वर्ना अंजाम बेहद बुरा होगा.
पीडित महिला ने महिला आयोग के पास अपने साथ हो रहे वाकयों की जानकारी दी है और जान बचाने की गुहार लगायी है. पीड़ित महिला ने महिला आयोग में कहा है कि गर्दनीबाग थान पुलिस ने अब तक किसी किस्म की कार्रवाई नहीं की है. इससे लग रहा है कि पुलिस मंटू और उसके साथियों की मदद करने में लगी है. महिला शिक्षिका ने कहा कि गर्दनीबाग थाने में इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के बाद जब वह वापस लौट रही थी तो भी रास्ते में अभियुक्त मंटू ने उसकी गाड़ी रोक कर धमकी दी और दुर्व्यवहार किया.
महिला को डर है कि उसके साथ किसी तरह के वाकये को अंजाम दिया जा सकता है. पुलिस के रवैये से ऐसा नहीं लग रहा है कि वो कोई कार्रवाई करेगी. ऐसे में महिला आयोग से हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी गयी है.
पहले से भी गंभीर मामलों का आरोपी रहा है मंटू
अल्पसंख्यक महिला शिक्षिका से छेड़खानी का आरोपी अविनाश कुमार मंटू पहले से भी गंभीर मामलों का आरोपी रहा है. उसके खिलाफ कोरोना काल में सरकार द्वारा दिये जा रहे अनाज को मांगने आये गरीबों पर गोलीबारी करने का आरोप है. इस मामले की प्राथमिकी गर्दनीबाग थाने में 11 अप्रैल को दर्ज करायी गयी थी. लेकिन पुलिस की कृपा से मामला रफा दफा हो गया. मंटू के पुराने इतिहास को देखते हुए महिला शिक्षिका दहशत में है.
इनके सबके बीच सवाल ये है कि क्या पटना पुलिस को किसी बड़ी घटना का इंतजार है. हमने इस मामले पर गर्दनीबाग थाना से बात करने की कोशिश की. लेकिन गर्दनीबाग पुलिस ने ये कह कर पल्ला झाड लिया कि मामले की जांच की जा रही है.