छठ महापर्व की छुट्टी कैंसिल करने का फैसला विभाग ने बदला, 23 रजिस्ट्रार के विरोध से झुकी सरकार

छठ महापर्व की छुट्टी कैंसिल करने का फैसला विभाग ने बदला, 23 रजिस्ट्रार के विरोध से झुकी सरकार

PATNA : लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर सरकारी सेवकों की छुट्टी कैंसिल किए जाने का फरमान अब नीतीश सरकार के एक विभाग को वापस लेना पड़ा है। राज्य के मद्य निषेध उत्पाद और निबंधन विभाग में छठ के मौके पर कार्यालय खुला रखने का आदेश जारी किया था। इस आदेश में कहा गया था कि छठ पूजा के अवसर पर भी निबंधन कार्यालयों में सामान्य दिनों की तरह कामकाज होता रहेगा। विभागीय आदेश के बाद इस फैसले का विरोध शुरू हो गया था। विभाग के सरकारी सेवकों ने इस फैसले का विरोध किया और राज्य के 23 रजिस्ट्रार विभागीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी शामिल नहीं हुए। इन रजिस्ट्रारों का एक दिन का वेतन रोक दिया गया था लेकिन बाद में विभाग विरोध के सामने झुक गया।



दरअसल, विभागीय मुख्यालय में आला अधिकारी के साथ सभी निबंधन कार्यालय के अधिकारियों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रखी थी इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में छठ की छुट्टियां रद्द किए जाने के फैसले के विरोध में कई रजिस्ट्रार शामिल नहीं हुए। मीटिंग में सारण सीतामढ़ी मधुबनी जमुई पूर्वी चंपारण शिवहर के जिला अवर निबंधक और शेरघाटी बारसोई ठाकुरगंज बेनीपट्टी ढाका पकड़ीदयाल रक्सौल विक्रमगंज पुपरी महाराजगंज महुआ के आलावा कई अन्य अवर निबंधक शामिल नहीं हुए। इन सभी के 1 दिन का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया था लेकिन बाद में के तरफ से दबाव बढ़ने के बाद देर शाम छुट्टी रद्द करने का आदेश वापस ले लिया गया हालांकि 1 दिन का वेतन जिनका रोका गया वह फैसला बना हुआ है।



छठ पर्व के मौके पर विभाग ने छुट्टियां रद्द करने के पीछे अपना तर्क दिया था। छठ पूजा की छुट्टी के दौरान कार्यालय खुले रखने रिया है कि सभी डाटा और उसके डिजिटलाइजेशन और अन्य कार्य के लिए कार्यालय खुला रखना जरूरी है। आपको बता दें कि 27 अक्टूबर को चित्रगुप्त पूजा की छुट्टी भी रद्द कर दी गई थी, लेकिन कई संगठनों के विरोध के बाद उस आदेश को भी वापस लिया गया अब शनिवार को विभाग में छठ पर्व की छुट्टी रहेगी।