PATNA : राजधानी पटना के एक छात्र ने छोटी सी उम्र में अपने शातिराना दिमाग से परिवार के साथ-साथ पुलिस को भी हैरान कर डाला। जी हां, पटना के पॉलिटेक्निक छात्र के अपहरण की सूचना से पुलिस से घंटों हलकान रही वह अचानक से सड़क पर मिल गया. पटना के राजीव नगर इलाके के रहने वाले पॉलिटेक्निक छात्र सुमित कुमार पाठक ने अपने अपहरण की साजिश खुद रची. घर से निकलने के बाद अपने मोबाइल से ही अपहर्ताओं के नाम से फिरौती मांगी. 10 लाख की फिरौती मांगे जाने के बाद हड़कंप मच गया. परिवार से लेकर पुलिस तक परेशान हो उठी, लेकिन रात के वक्त सुमित सड़क पर टहलते हुए मिल गया.
दरअसल बुधवार की सुबह सुमित के पिता संतोष पाठक के व्हाट्सएप पर पर एक मैसेज आया जिसमें 10 लाख की फिरौती मांगी गई थी. उन्होंने उस मैसेज पर ध्यान नहीं दिया लेकिन सुमित ने वापस से फिरौती वाला मैसेज आपने बड़े भाई को भेजा. मैसेज में यह भी लिखा गया था कि किडनैपिंग की जानकारी पुलिस के पास मत भेजना. इस मैसेज के बाद परिवार में तत्काल किडनैपिंग और फिरौती की बात राजीव नगर थाने को सूचना दी. इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई. दिन के तकरीबन 1 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पुलिस ने राजीव नगर, दीघा, पाटलिपुत्र इलाके में लगे 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसी बीच पुलिस ने उसे दीघा के पोलशन रोड की ओर जाते हुए देखा. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजीव उसे दीघा से ही बरामद कर लिया.
राजीव नगर थाना इंचार्ज निशांत कुमार के मुताबिक जिस वक्त सुमित को बरामद किया गया उसने शराब पी रखी थी. सुमित के खिलाफ उत्पाद अधिनियम और पुलिस को बेवजह परेशान करने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि पैसों की जरूरत होने के चलते उसने अपहरण का पूरा मामला रचा. सुमित के पिता संतोष पाठक एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते हैं. सुमित दो भाइयों में सबसे छोटा है वह गोपालगंज में पढ़ता है. सुमित के पिता मूल रूप से दरभंगा के दशक के रहने वाले हैं. अपने अपहरण की साजिश रचने के लिए सुमित ने ना केवल अपना सोशल मीडिया प्रोफाइल हटा लिया बल्कि इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप से फोटो तक रिमूव कर लिया था. आखिर सुमित के बरामदगी के बाद पटना पुलिस ने राहत की सांस ली.