SARAN: छपरा में जहरीली शराब से अब तक कुल 20 लोगों की मौत हो गयी है। जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। पहले 7 लोगों की मौत की सूचना थी लेकिन अब ये आंकड़ा बढ़कर 20 हो गया है। जहरीली शराब से मौत की आशंका जतायी जा रही है। एक साथ इतने लोगों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गयी है। इस घटना को लेकर बिहार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार की प्रतिक्रिया भी अब सामने आई है।
उनका कहना है कि अंग्रेजों ने भी कानून इजाद किया था इसके बावजूद लोगों ने कानून तोड़ने का काम किया। उन्होंने कहा कि छपरा में 6 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने हुई है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून पूरी मुस्तैदी के साथ प्रभावकारी ढंग से लागू कर रहे हैं और आगे भी करेंगे।
मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार आगे कहते हैं कि शराबबंदी में जब आवश्यकता पड़ी तो हम लोगों ने संशोधन किया है। हमने यह भी कहा कि जब कानून बनता है तो कुछ लोग कानून को तोड़ने वाले भी होते हैं। अंग्रेजों ने भी कानून इजाद किया था उसके बावजूद कानून तोड़ने वाले लोग थे। चोरी और मर्डर की घटना घटती है तो पुलिस कानून तोड़ने वालों पर कार्रवाई करती है।
उन्होंने कहा कि जहां शराबबंदी नहीं है वहां भी शराब पीने से लोगों की मौतें हुई है। तमिलनाडू, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी मौतें हुई है। बिहार में भी शराबबंदी कानून आने से पहले जहरीली शराब से मौतें हुई है। सुनील कुमार ने कहा कि जो भी इसके लिए दोषी है उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बीजेपी के आरोपों पर कहा कि बीजेपी के लोग यह आरोप लगा रहे है कि सब कुछ सरकार के संरक्षण में हो रहा है तो बीजेपी का यह आरोप बिलकुल गलत और निराधार है। शराबबंदी की समीक्षा और संशोधन जरूरत पड़ती है तो करते हैं। शराबबंदी कानून पूरी मुस्तैदी के साथ प्रभावकारी ढंग से लागू कर रहे हैं और आगे भी करेंगे।
बीजेपी के आरोप पर मंत्री ने कहा कि जब भाजपा साथ में थी तब ऐसा आरोप कभी नहीं लगाती थी जब सत्ता से अलग हुई तब इस तरह का आरोप लगा रही है। सुनील कुमार ने साफ तौर पर कह दिया है कि हम और हमारी सरकार ना तो किसी को बचाते है और फंसाते है। जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई करेंगे और आगे भी करते रहेंगे।
बता दें कि छपरा में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अब तक 20 लोगों की मौत की खबर आ रही है। हालांकि जिला प्रशासन इस संबंध में कुछ भी बोलने से बच रही है। घटना सारण के इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला गांवकी है। मृतकों की पहचान 45 वर्षीय संजय सिंह (पिता- वकील सिंह), 46 वर्षीय विजेन्द्र यादव (पिता- नरसिंह राय), 38 वर्षीय अमित रंजन (पिता- द्विजेंद्र सिन्हा), मशरख थाना क्षेत्र के 38 वर्षीय कुणाल सिंह (पिता- यदु सिंह), हरेंद्र राम (पिता- गणेश राम), 55 वर्षीय रामजीसाह (पिता- गोपाल साह), 30 वर्षीय मुकेश शर्मा (पिता- बच्चा शर्मा), मंगल राय (पिता- गुलराज राय), 42 वर्षीय नासिर हुसैन (पिता- समसुद्दीन), 43 वर्षीय जयदेव सिंह (पिता- बिंदा सिंह), 42 वर्षीय रमेश राम (पिता- कन्हैया राम), 48 वर्षीय चंद्रमा राम (हेमराज राम), अजय गिरी (पिता- सूरज गिरी), भरत राम (पिता- मोहर राम), मनोज राम (पिता- लालबाबू राम), गोविंद राय (पिता- घिनावन राय) मढ़ौरा थाना क्षेत्र का 16 वर्षीय विक्की महतो शामिल हैं। मंगलवार रात से बुधवार दोपहर तक यह मौतें हुई हैं। स्थानीय स्तर पर इलाज कर रहे 5 अन्य की स्थिति गंभीर होने के कारण अभी मौतों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।