PATNA : संघ प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों बिहार दौरे पर हैं. मोहन भागवत शनिवार को मुजफ्फरपुर में थे और वहां उन्होंने उत्तर बिहार प्रांत कार्यालय में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूली अभियान की समीक्षा की. इस समीक्षा के दौरान संघ प्रमुख ने स्पष्ट तौर पर कह दिया कि चंदा वसूली का असल मकसद लोगों से पैसा लेने से ज्यादा महत्वपूर्ण हर परिवार के साथ जुड़ना है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान में हम इस बात का ध्यान रखना है कि कोई भी घर छूट नहीं जाए. सभी परिवारों से जुड़ने के लिए महज 10 से लेकर 100 तक के कूपन जारी किए गए हैं. संघ प्रमुख ने कहा कि हम अब तक जिन परिवारों तक नहीं पहुंच सके हैं. वहां जल्द से जल्द पहुंचे यह हमारे कार्य योजना का हिस्सा है. दरअसल संघ का मकसद मंदिर निर्माण के लिए लोगों से आर्थिक मदद लेने के साथ-साथ उन्हें अपने साथ कनेक्ट करने का है. संघ प्रमुख का मानना है कि इससे संगठन के विस्तार और संघ के प्रभाव में वृद्धि होगी.
हालांकि संघ की बैठक के में मोहन भागवत ने पदाधिकारियों से यह भी पूछा कि कोरोना काल में हमारे संत सेवक के कितने लाख परिवारों तक पहुंच पाए. कैसे आपदा की घड़ी में लोगों को मदद पहुंचाई, सेवा बस्तियों में संघ का काम कैसा चल रहा है. इसे लेकर भी संघ प्रमुख ने पदाधिकारियों से फीडबैक लिया. उन्होंने श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के प्रांत प्रमुख राजकिशोर से अब तक के की प्रगति की जानकारी दी है. संघ प्रमुख ने उत्तर बिहार में इस अभियान की मौजूदा स्थिति पर संतोष जताया है.
इतना ही नहीं सरसंघचालक में कोरोना के दौर में बेरोजगार हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और स्वरोजगार में सहयोग करने का भी टास्क दिया है. संघ प्रमुख आज औराई के क्षेत्रफल में देवबती जैविक उद्यान जाएंगे, वह राजखंड में किसान गोपाल प्रसाद चाही के घर पर किसानों और युवाओं को संबोधित करेंगे और वहां से लौटकर संस्कृति उत्थान समिति न्यास द्वारा नवनिर्मित संघ कार्यालय भवन मधुकर निकेतन का लोकार्पण भी करेंगे. आज उनका मुजफ्फरपुर में ही कार्यक्रम है.