GAYA: चाणक्य IAS एकेडमी के गया ब्रांच में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें 67वीं BPSC में चयनित अभ्यर्थियों को संस्थान की तरफ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मगध यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर शशि प्रताप शाही, गोह के पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने चाणक्य आईएएस एकेडमी एवं डॉ. कृष्णा सिंह के प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर एकेडमी के रीजनल हेड डॉ. कृष्णा सिंह ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं प्रतियोगिता परीक्षा में चाणक्य आईएएस एकेडमी से 253 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। बीपीएससी में चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।
चाणक्य आईएएस एकेडमी के रीजनल हेड ने फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए कहा कि सतत प्रयास और युक्तिसंगत समय प्रबंधन सफलता को निर्धारित करता है। अगर किसी भी व्यक्ति को ये साधन उपलब्ध हैं तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं हो सकता। यदि किसी व्यक्ति को ये साधन उपलब्ध हैं और अगर उसने उसका सही उपयोग किया है तो उसके लिए इस ब्रह्मांड में कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है। क्योंकि मनुष्य के दिमाग से बड़ी अखिल ब्राह्मांड में कोई चीज नहीं है। अपनी आवश्यकता अनुसार मनुष्य में ये क्षमता है कि वो अपने अपेक्षित निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने दिमाग को उसी अनुकूल रिप्रोग्राम करके अपेक्षित लक्ष्य को हासिल कर सके।
चाणक्य आईएएस एकेडमी के रीजनल हेड डॉ. कृष्णा सिंह ने बिहार लोक सेवा आयोग में सफल हुए छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की मनुष्य अपनी आंतरिक शक्तियों को उजागर कर बड़ी से बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है। छात्रों को सतत मेहनत करने की सलाह देते हुए डॉ. सिंह ने कहा की आप सभी में कुछ कर गुजरने की अपार शक्ति है, सिर्फ आप अपने विवेक का उचित मार्गदर्शन में सटीक इस्तेमाल करें।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि शशि प्रताप सिंह, वॉइस चांसलर मगध यूनिवर्सिटी ने चाणक्य आईएएस एकेडमी के रीजनल हेड डॉ कृष्णा सिंह को सिविल सेवा परीक्षा में बिहार के रिजल्ट को सुधारने की दिशा में किये गये प्रयासों की सरहाना की। उन्होंने कहा कि 2010 के पाठ्यक्रम परिवर्तन के परिणाम स्वरूप बिहार के रिजल्ट में जो गिरावट आई थी वो अब धीरे-धीरे सुधरती जा रही है। ये खुशी की बात है कि बिहार से सिविल सेवा परीक्षा में रिजल्ट निरंतर अच्छा होता जा रहा है।
इसके लिए चाणक्य आईएएस एकेडमी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने लगातार सेमिनारों को आयोजित करके अभ्यर्थियों को ना केवल प्रेरित किया बल्कि तैयारी के प्रारंभिक स्तर पर उचित मार्गदर्शन भी दिया। बिहार के विधार्थियों को अनेक प्रकार की छात्रवृति देकर जो इन्होने प्रयास किया है वो बिहार के विधार्थियों के लिए लाभदायक है। उन्होंने UPSC के रिजल्ट में बिहार के स्वर्णिम इतिहास की चर्चा करते हुए कहा की मैं सभी उपस्थित विद्यार्थियों से आशा करता हूँ की वे ना केवल बिहार के पुराने गौरव को पुनः लौटाएंगे बल्कि उससे भी आगे बढ़ाएगे।
सेमिनार में 67वीं BPSC परीक्षा में चाणक्य आईएएस एकेडेमी के गया क्षेत्र से चयनित विद्यार्थी भी उपस्थित थे जिन्हें मुख्य अतिथी मुख्य अतिथी शशि प्रताप सिंह, वॉइस चांसलर मगध यूनिवर्सिटी, एवं डॉ रणविजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक गोह ने चयनित विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ मेमोंटो देकर सम्मानित किया एवं कहा कि इन विद्यार्थियों के चयन में उनके अभिभावकों का सबसे बड़ा योगदान है। 67वीं BPSC में चयनित विद्यार्थियों ने समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को अपने सफलता में पाये अनुभवों को साझा कर उनकी भावी जीवन की सफलता के लिए सिविल सेवा परीक्षा की बारीकियों को समझाकर उनका व्यापक पैमाने पर मार्गदर्शन किया। जिससे समारोह में उपस्थित छात्रों में व्यापक उत्साह देखने को मिला।
इसके पूर्व डॉ. कृष्णा सिंह ने अपने स्वागत भाषण में एकेडमी के इतिहास तथा उसके स्वर्णिम उपलब्धियों को बताया इन्होने बताया कि चाणक्य आइएएस एकेडमी से इस वर्ष UPSC में रिजल्ट काफी अच्छा रहा है एकेडमी के विभिन्न सेंटरों से लगभग 200 से अधिक विद्यार्थी सफल रहे हैं उन्होंने बताया कि लगभग 30 वर्षों में इस संस्था ने देश को लगभग 5200 IAS, IPS तथा अन्य सिविल सेवाओं में चयनित विद्यार्थी देश को दिया है। चाणक्य आइएएस एकेडमी ने BPSC में 1200+ अभ्यर्थियों की सफलता में अपना योगदान दिया है। हाल ही में आये 67वीं BPSC के अंतिम परिणाम में कुल 253 से अधिक विद्यार्थियों का चयन चाणक्य IAS एकेडमी के पटना सेंटर से हुआ है एवं 66वीं BPSC में 138 छात्रों का चयन हुआ था ।
चाणक्य आईएस एकेडमी आज देश की सर्व प्रतिष्ठित संस्था है जो विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करके ना केवल उन्हें सिविल सेवा में चयनित कराने में सहायता प्रदान करती है बल्कि भविष्य के नौकरशाहों को अपने शिक्षण मार्गदर्शन से व्यापक पैमाने पर नैतिक एवं प्रशासनिक कौशल भी प्रदान करती है जिससे वे अपने कार्यों को सुगमता से कर सकें। चाणक्य आईएस एकेडमी वैसे दूर दराज के छात्र जिनकी पहुँच सीधे तौर पर एकेडमी तक नहीं होती है उनके लिए दूरस्थ शिक्षा का भी प्रबंध करती है। गया में इसकी शाखा ग्राउंड फ्लोर, बद्री कैलाश चरण, बिसाइड चोपड़ा एजेंसी, रामेश्वर सिन्हा पथ, साउथ ऑफ़ बिसर तालाब गया के पास स्थित है। विस्तृत निःशुल्क counselling के लिए छात्र 8929702344 पर कॉल कर सकते हैं।
बता दें कि चाणक्य आईएस एकेडमी पढाई के लिए पूर्णतः Ac क्लास रूम एवं लाइब्रेरी, रहने के लिए हॉस्टल की सुविधा, मार्गदर्शन के लिए ट्रेंड शिक्षकों के साथ-साथ चयनित विद्यार्थियों से क्लास की सुविधा,सक्सेस गुरु का सेमिनार और Current Affaris के लिए मासिक पत्रिका आदि की सुविधा प्रदान करता है।