DESK : कोरोना के संकट और लॉकडाउन के बीच आज से देश के नये वित्तीय वर्ष की शुरूआत हो रही है। ऐसे में आज से बहुत कुछ बदलने जा रहा है। सबसे बड़ा बदलाव बैंकिग सेक्टर में देखने को मिलेगा। आज से देश में 6 सरकारी बैंकों का नाम और पहचान पूरी तरह खत्म हो जाएगी। आप सोच रहे होंगे फिर क्या होगा। तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
देश के इस छह बैंको ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, आंध्र बैंक, कार्पोरेशन बैंक, इलाहाबाद बैंक और सिंडिकेट बैंक का दूसरे बड़े बैंकों में विलय होने जा रहा है।दस बैंकों के विलय में इन छह बैंकों की पहचान खत्म हो जाएगी। ये सभी बाकी के चार बैंकों में मर्ज हो जाएंगे।
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में विलय किया जा रहा है। वहीं, सिंडीकेट बैंक का केनरा बैंक में, आंध्र बैंक और कार्पोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में विलय हो रहा है। इसी तरह, इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय किया किया जा रहा है।
बैंकों के विलय के बाद आपको एक नया खाता नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकती है। नए चेकबुक समेत अन्य चीजें जारी हो सकती हैं। हालांकि, ये सब आज ही से लागू नहीं होगा। इसे बैंकों की ओर से धीरे—धीरे लागू किया जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि आपके ईमेल पता/ और मोबाइल नंबर का बैंक के शाखा के साथ अपडेट हों। ताकि आपको बैंक की ओर से बदलाव की सूचना मिल सके। वहीं लोन,एसआईपी, शेयर और ईएमआई पहले की तरह ही चलते रहेंगे। विलय के तहत ये सब लीडर बैंक की निगरानी में होगा। इसके अलावा एटीएम मशीन, ब्रांचेज भी लीडर बैंक के होंगे।