Bihar Election 2025: बुर्का पहनकर वोटिंग करने आने वाली महिलाओं के लिए चुनाव आयोग की खास तैयारी, हर बूथ पर इन लोगों की लगाई गई ड्यूटी Bihar Election 2025: बुर्का पहनी महिलाओं की पहचान के लिए आयोग का नया नियम, हर बूथ पर खास व्यवस्था Bhai Virendra : दारोगा जी से भिड़ गए RJD विधायक भाई वीरेंद्र,कहा - ऐ तिवारी तुमको चेक करने का अधिकार कौन दिया रे ... Bihar News: बिहार के इस जिले में BJP के कई कार्यकर्ताओं को उठा ले गई पुलिस, तमाशे के बाद SI पर भी लगे आरोप Bihar Crime News: शादीशुदा लड़की को सोशल मीडिया पर हुआ प्यार, पति से झगड़े के बाद पहुंची बॉयफ्रेंड के पास, फिर ट्रॉली में मिली लाश Bihar Chunav Traffic : मतदान समाप्त होने के बाद पटना में स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में वोटिंग जारी, पिछले तीन चुनावों के पैटर्न से क्या मिल रहे संकेत? Bihar Election 2025 : अनंत सिंह के मोकामा समेत पटना के सभी विधानसभा सीटों पर कैसी चल रही वोटिंग? इस रिपोर्ट से सब होगा क्लियर
1st Bihar Published by: Updated Fri, 12 Aug 2022 09:36:20 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में बड़े पैमाने पर हुए गर्भाशय घोटाले की जांच अब सीबीआई करेगी। मामले की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने जांच के लिए सीबीआई को हरी झंडी दे दी है। बता दें कि 7 साल बीत जाने के बाद भी बिहार सरकार के स्तर से महज 41 फीसदी जांच ही की जा सकी है। वेन्ट्रन्स फोरम की मांग वाली याचिका पर हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला सुनाया है।
सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने कोर्ट से पूरे मामले को समझने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा है। इस मामले में 18 अगस्त को फाइनल फैसला दिया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बड़े पैमाने पर गर्भाशय निकाले जाने का मामला सामने आया था। बिहार के 45 अस्पतालों और 13 डॉक्टरों ने 46,690 महिलाओं के गर्भाशय निकाले थे। जिसमें यह बात सामने आई थी की इसमें 85 पुरुषों के गर्भाशय भी निकाले गए।
यह बड़ा घोटाला सामने आने के बाद बिहार सरकार के स्तर से जांच कराई जा रही थी। सात साल बाद भी सिर्फ 41 फीसदी ही जांच की जा सकी थी। जिसके बाद वेन्ट्रन्स फोरम के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. बीएनपी सिंह की तरफ से साल 2015 में पटना हाईकोर्ट में CBI जांच की मांग की गई। 7 साल बाद कोर्ट में सुनवाई शुरु हुई और यह फैसला आया है। वेन्ट्रन्स फोरम की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि अभी तक 41% ही जांच पूरी हो सकी है, जिसके बाद कोर्ट ने जांच के लिए CBI को हरी झंडी दे दी।