Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और चली गई जान Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और चली गई जान Bihar crime news : नालंदा में जमीन विवाद में भतीजे ने चाचा की गोली मारकर कर दी हत्या, गांव में दहशत; जांच में लगी पुलिस बिहार विधानसभा चुनाव का साइड इफेक्ट: चुनावी रंजिश में घर में घुसकर की मारपीट; दल विशेष के लिए काम करने का आरोप बिहार विधानसभा चुनाव का साइड इफेक्ट: चुनावी रंजिश में घर में घुसकर की मारपीट; दल विशेष के लिए काम करने का आरोप New Aadhaar App: मोबाइल पर आधार कार्ड दिखाना अब हुआ आसान, आ गया यह नया APP, जानें पूरी डिटेल Bihar Election 2025: दूसरे चरण के चुनाव में 10 मंत्री, दो पूर्व डिप्टी सीएम और तीन दलों के प्रदेश अध्यक्ष की दांव पर प्रतिष्ठा, मिलेगा जनता का आशीर्वाद? Bihar Election 2025: दूसरे चरण के चुनाव में 10 मंत्री, दो पूर्व डिप्टी सीएम और तीन दलों के प्रदेश अध्यक्ष की दांव पर प्रतिष्ठा, मिलेगा जनता का आशीर्वाद? Mokama NDA Event : गजब का कॉन्फिडेंस दिखा रहे हैं अनंत सिंह, 14 तारीख के दिन बड़े भोज की तैयारी; कार्यकर्ताओं को भेजा जा रहा न्योता Munger Violence : मुंगेर में दो पक्षों में भिड़ंत, मतदान के दिन ही लाठी डंडे से मार पीट का वायरल; अब दो अरेस्ट
1st Bihar Published by: Updated Sun, 29 Aug 2021 09:15:24 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में पंचायत चुनाव का बिगुल बजने के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा कई गाइडलाइन्स जारी की जा रही हैं. ऐसे तो आमतौर पर प्रत्याशियों के खर्च पर नजर रखने की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं रही है, लेकिन इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने ऑब्जर्वरों को यह टास्क सौंप दिया है. मिली जानकारी के अनुसार, इस बार पंचायत चुनाव में तैनात किए जाने वाले ऑब्जर्वर प्रत्याशियों के मित्रों एवं संबंधियों के साथ उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे खर्च पर भी पैनी नजर रखेंगे. ऑब्जर्वरों को अगर लगता है कि किसी प्रत्याशी के दोस्त-मित्र या रिश्तेदार चुनाव में पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं तो वे इसकी रिपोर्ट आयोग को भेजी जाएगी.
बता दें कि चुनाव के मद्देनजर तैनात किए जाने वाले ऑब्जर्वरों का टास्क आयोग ने निर्धारित कर दिया है. इसके तहत ऑब्जर्वर मतदान दल के कर्मियों की ट्रेनिंग, बैलेट बॉक्स, ईवीएम एवं मतदान सामाग्री की व्यवस्था पर नजर रखेंगे. साथ ही मतदान केन्द्रों पर की गई व्यवस्था, सशस्त्र बल एवं मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति, मतदान समाप्त होने के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार रोके जाने पर नजर रखेंगे. अवैध शराब की बिक्री और अन्य संबंधित मामलों की भी समीक्षा कर सकेंगे.
इसके अलावा ऑब्जर्वर मतदान कर्मियों से सवाल पूछकर उन्हें मतदान संचालन संबंधी नियमों की जानकारी होने का भी पता कर सकेंगे. ऑब्जर्वर अपने निर्धारित निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम दो बार निश्चित रूप से भ्रमण करेंगे. ऑब्जर्वर वोटिंग के दिन अपने दौरे के कार्यक्रम को गुप्त रखेंगे तथा इसकी पूरी जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी व निर्वाची पदाधिकारी को भी देने की जरूरत नहीं होगी.
वे अधिकतम मतदान केन्द्रों का भ्रमण करेंगे. इसके अलावा पीठासीन पदाधिकारी एवं वोटरों से बातचीत कर यह पता लगाएंगे कि मतदान सही ढंग से चल रहा है या नहीं. मतदान केन्द्र पर कब्जा किए जाने अथवा अन्य गंभीर अनियमितता सामने आने पर ऑब्जर्वर अविलंब इसकी सूचना निर्वाची पदाधिकारी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) और राज्य निर्वाचन आयोग को देंगे.