PATNA : लंबे अंतराल के बाद आज नीतीश कैबिनेट की बैठक हुई. कैबिनेट में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और सरकार ने 28 एजेंटों पर मोहर लगाई लेकिन कैबिनेट की बैठक में आज वह हो गया जो पहले शायद ही किसी ने देखा होगा. दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत पर भड़के हुए थे. कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री ने उदय सिंह कुमावत की जमकर क्लास लगा दी.
दरअसल कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुख्यमंत्री से यह शिकायत कर डाली कि उनके विभाग के प्रधान सचिव बात नहीं सुनते। मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि प्रधान सचिव मेरी बात नहीं सुनते हैं। स्वास्थ्य विभाग में सिर्फ अपनी मनमानी करते हैं। इसके बाद क्या था नीतीश कुमार हत्थे से उखड़ गए। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को जमकर फटकार लगाई। कैबिनेट में तमाम मंत्रियों और अधिकारियों के सामने प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत की खूब फजीहत हुई। मुख्यमंत्री ने सिंह कुमावत को साफ तौर पर कह दिया कि राज्य के अंदर आरटीपीसी हर दिन 20 हजार नहीं हुआ तो एक्शन लेंगे। मुख्यमंत्री ने यहां तक कह डाला कि अगर विभाग नहीं संभलता है तो इसे छोड़ दीजिए।
कैबिनेट की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नाराज थे। उन्होंने जब इस पर मंत्री और प्रधान सचिव से जानकारी लेनी शुरू की तब मंगल पांडे ने प्रधान सचिव की शिकायत कर दी। मुख्यमंत्री ने पूछा कि जब दिल्ली में हर दिन 38,000 कोरोना जांच हो सकती है तो बिहार में क्यों नहीं? किसी भी हाल में बिहार के अंदर जांच का दायरा बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री इस बात पर नाराज थे कि स्वास्थ्य विभाग की विफलता के कारण उनके 14 साल के कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने साफ कह दिया कि अगर हालात नहीं सुधरे तो वह जल्द ही स्वास्थ विभाग के काम की समीक्षा करेंगे और गड़बड़ी करने वालों पर एक्शन लेंगे।