BUXAR : बिहार के बक्सर जिले में एक साइबर फ्रॉड ने दारोगा को 1.10 लाख रुपये चूना लगाया है. स्कॉर्पियो गाड़ी बेचने की बात कहकर शख्स सब इंस्पेक्टर से रुपये ऐंठकर फरार हो गया. साइबर क्राइम के शिकार दारोगा ने इस घटना को लेकर थाने में आवेदन दिया है. पुलिस मामला दर्ज कर घटना की छानबीन कर रही है.
घटना बक्सर जिले के नगर थाना की है, जहां नगर थाने में पोस्टेड सब इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुमार से एक साइबर ठग 1.10 लाख रुपये लेकर फरार हो गया. दारोगा ने खुद अपने ही थाने में आवेदन दिया है. दरअसल जानकारी मिली है कि मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाने के पटोरी गांव के रहने वाले दरोगा जयप्रकाश कुमार ने फेसबुक पर स्कॉर्पियो गाड़ी बिकने का एक विज्ञापन दिया देखा था.
आवेदन के मुताबिक जब फेसबुक पर दारोगा ने गाड़ी की बिक्री का विज्ञापन देखा तो उन्होंने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल किया. सामने वाला शख्स अपना नाम सुरेंद्र सिंह बताया और दारोगा से कहा कि वह कैमूर जिले के जिले के रामगढ़ थाने के छेवरी गांव का रहने वाला है, जिसके झांसे में दरोगा आ गए. उसके बाद उनके वाट्सएप्प पर स्कार्पिओ की तस्बीर भी भेजा.
गाड़ी पसंद आने के बाद दरोगा ने ऑनलाइन पेमेंट भी कर दिया लेकिन काफी दिन बित जाने के बाद गाड़ी नहीं आया, जिसके बाद मोबाईल पर दरोगा संपर्क किया तो नम्बर बंद आ रहा है. दरोगा ने हार थक कर साइबर अपराधियों के विरुद्ध एसपी को आवेदन देकर करवाई करने और पैसे की रिकभरी की गुहार लगाया है.
पीड़ित दरोगा जय प्रकाश सिंह ने बताया कि फेसबुक पर स्कार्पिओ एस टेन जिसका नम्बर बीआर 45 एच 0005 की सेल ला तस्बीर आया था. जिसको देखने के बाद बंद कर दिया. थोड़ी देर के बाद एक फोन आया उसने अपना नाम सुरेंद्र सिंह पिता रामनिवास सिंह कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र छेवारी बतया गया. उनसे कहा कि कहा कि सीआईएसएफ में नौकरी करता हूं और अपनी स्कार्पिओ बेचना चाहता हूं. जिसका कागज मेरे वॉट्सएप्प पर भेज गाड़ी पसंद आने के बाद उसने कहा कि गाड़ी का डैम दो लाख नब्बे हजार रुपया है.
उसने पे फोन पर दस हजार रुपया बुकिंग के नाम पर मांगा, जो पेमेंट किया. उसके बाद में बारह हजार और भेज दिया. उसके बाद बरी बरी से पैसा मांगते गया में भेजता गया. उन्होंने बताया की अभी तक कुल एक लाख दस हजार पांच सौ रुपया भेज दिया. दारोगा से रुपये लेने के बाद वह शख्स फोन बंद कर लिया. उन्होंने बताया कि एसपी से साइबर अपराधियों के विरुद्ध करवाई करते हुए पैसे की वापसी की मांग किया हूं.