बस पकड़ने के लिए मीठापुर की जगह अब बैरिया जाना होगा, पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से बसों का परिचालन हो गया शुरू

बस पकड़ने के लिए मीठापुर की जगह अब बैरिया जाना होगा, पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से बसों का परिचालन हो गया शुरू

PATNA: पटना मीठापुर अंतरराज्‍यीय बस अड्डा को अब पूरी तरह बंद करने की कवायद तेज हो गई है। मीठापुर बस स्टैंड को नवनिर्मित पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट किया जा रहा है। जिसका बस मालिक विरोध कर रहे हैं। मीठापुर बस पड़ाव को 15 जुलाई से ही बंद किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका।डीएम के आदेश के बाद मीठापुर बस स्टैंड को नवनिर्मित पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट किया गया है। आज राज्य के विभिन्न जिलों के कुल 1320 बसों का परिचालन पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से किया गया। इसके तहत 737 बसों का टर्मिनल में आगमन हुआ वही 583 बसे अपने गंतव्य के लिए पाटलिपुत्रा टर्मिनल से रवाना हुई। आज से पूरी तरह से मीठापुर बस स्टैंड को पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट कर दिया गया है।


गौरतलब है कि प्रशासन की ओर से सक्रियता दिखाए जाने के बाद बस मालिक इसके विरोध में उतर आएं। बैरिया में बनाए गए अंतरराज्यीय बस अड्डा से बसों के परिचालन का बस मालिकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। शनिवार को प्रशासन ने सभी बसों को जीरो माइल के पास रामचक बैरिया में बने नए बस पड़ाव से खोलने का निर्देश दिया तो वे हड़ताल पर उतारू हो गए। बस मालिकों ने जहां की तहां बसें खड़ी करनी शुरू कर दी।


बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की ओर यह बताया गया कि नए अर्धनिर्मित बस पड़ाव में मुश्किल से 200 से 250 बसें खड़ी की जा सकती हैं। जबकि 600 बसों के ठहराव की व्यवस्था करने की जरूरत है। वहां न तो चालकों व खलासियों के रहने-खाने की व्यवस्था है और न ही कार्यालयों की। अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। बस मालिकों का कहना है कि प्रशासन जल्‍दबाजी कर रहा है। नए बस स्‍टैंड में निर्माण कार्य पूरा कराने के साथ ही यहां सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के लिए पुलिस पोस्ट, यात्रियों के बैठने के लिए शेड के साथ ही कैंटीन की व्यवस्था करनी होगी। मुख्य सड़क को चौड़ा कर बस स्टैंड तक अलग से व्यवस्था करनी होगी ताकि सड़क पर जाम न लगे।


जबकि आज नवनिर्मित पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 52 बसों का परिचालन हुआ। टर्मिनल में बसों का आगमन एवं प्रस्थान का कार्य लगातार जारी है। मीठापुर बस स्टैंड से बेहतर एवं आधुनिक सुविधा आईएसबीटी में प्रदान की गई है जो यात्रियों एवं बस मालिकों के लिए हितकारी है। मीठापुर बस स्टैंड 8 एकड़ में है जबकि आईएसबीटी 25 एकड़ में फैला हुआ है जिसमें 10 एकड़ में भवन का निर्माण कर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। करीब 11 एकड़ में बसों के पार्किंग की व्यवस्था है। पुराने मीठापुर बस स्टैंड की तुलना में पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल पर कई सुविधाएं उपलब्ध है। ऐसे में आज से पूरी तरह से मीठापुर बस स्टैंड को पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट कर दिया गया है।