बजट पर तेजप्रताप का अजीबोगरीब बयान, कहा -इससे अच्छा सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते, कम से कम पुण्य तो मिलता

बजट पर तेजप्रताप का अजीबोगरीब बयान, कहा -इससे अच्छा सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते, कम से कम पुण्य तो मिलता

PATNA :लालू के लाल तेजप्रताप यादव ने बजट पर अपने ही अंदाज में अजीबोगरीब प्रतिक्रिया दी है। उन्होनें बजट पर तंज कंसते हुए कह दिया कि इससे बढ़िया होता कि सत्यनारायण भगवान की कथा सुन लेते। कम शब्दों में ही तेजप्रताप यादव ने केन्द्र सरकार पर बजट को लेकर निशाना साधा। 


तेज प्रताप ने ट्वीट कर लिखा है कि इस बजट से ज्यादा अच्छी तो सत्यनारायण भगवान की कथा होती है, कम से कम मन को संतुष्टि और पुण्य की प्राप्ति होती है..। यहां तो कुछ भी नहीं आया हाथ में! गरीब जनता टुकुर-टुकुर देखती रही और ये लगातार ढाई-तीन घंटे तक गुमराह करते रहे।


तेजप्रताप अपने अजीबो गरीब बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। बिल्कुल लालू स्टाइल की उनकी पॉलिटिक्स उन्हें चर्चा में ला देती है। अब इसी बयान को देख लीजिए तेजप्रताप दरअसल ये बताना चाह रहे है कि बजट से गरीब जनता क हाथ में कुछ नहीं आया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दो घंटे चालीस मिनट तक बजट भाषण पढ़ती रही इस दौराव लोग टुकुर-टुकुर इधर देखते रहे लेकिन मिला कुछ नहीं इससे तो अच्छा था कि सत्यनारायण भगवान की कथा ही सुन लेते कम से कम इतनी देर में पुण्य बटोर लेते और मन को शांति भी मिलती।


तेजप्रताप की पॉलिटिक्स में हर बार उनके पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की झलक मिल ही जाती है। अभी कुछ दिनों पहले ही तेजप्रताप अचानक पटना के सब्जीबाग पहुंच गए थे जहां सीएए-एनआरसी खिलाफ लोग धरना प्रदर्शन पर बैठे थे। वहां उनकी एक झलक के लिए उमड़ पड़े तो तेजप्रताप ने भी अपने मसखरेपन वाले अंदाज में लोगों का खूब मनोबल बढ़ाया। इतना ही नहीं तेजप्रताप ने लोगों के बीच बैठकर चाय भी पी और पापा की भी चर्चा की वे अक्सर सब्जीबाग आते थे तो चाय जरुर पीते थे।