PATNA : बिहार में आयोजित बीपीएससी टीआरई-3 परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर है। हजारीबाग में इससे जुड़े 250 अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही पांच मास्टरमाइंडों को भी गिरफ्तार किया गया है. सभी को पटना ले जाया गया है। वहीं, अब इस मामले में बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव से सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि- जब हमारी सरकार थी तब तो ऐसा नहीं हुआ था, सरकार बदलते ही ऐसा क्यों होने लगा?
दरअसल , राजद नेता और बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि - बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है। आखिर ऐसा क्यों हुआ?
इसके आगे तेजस्वी ने लिखा है कि हमने 𝟏𝟕 महीनों में 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ। हमने केवल 𝟕𝟎 दिनों में दो चरण में 𝟐 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की। शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 𝟏𝟕 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली। सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई।
अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? सनद रहे, तीसरे चरण में भी 𝟏 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय हमारे कार्यकाल में हमने कराया था? अब ये NDA सरकार इसे लटका, अटका और भटका क्यों रही है? इसके साथ ही तेजस्वी ने एक फोटो भी पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि - मुझसे कहो... मैं सुनूंगा, मैं करूंगा।
आपको बताते चलें कि, शुक्रवार को हुई BPSC TRE-3 परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो गया है।आर्थिक अपराध इकाई, पटना की टीम ने दफे जुबान में यह बातें कही है। इस मामले में झारखंड के हजारीबाग में 250 से ज्यादा छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सभी छात्र बिहार के विभिन्न जिलों से हजारीबाग पहुंचे थे।हजारीबाग से बरामद सभी सैंपल का मिलान हो गया है। परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है।