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30-Dec-2024 08:41 AM
PATNA : सर,आपको जाना होगा आपकी वजह से हम लोगों पर लाठियां चटकाई गई। मुझे अब आपकी जरूरत नहीं है। आप मत हम लोग के साथ रहिए, आप हम लोगों को आगे कर खुद फरार हो जाते हैं। यह बात छात्रों ने उस वक्त कहा जब पुलिस ने उन पर गांधी मैदान के आसपास के इलाकों में लाठियां चटकाई और उसके बाद वाटर केनन का भी उपयोग किया। इसके बाद पीके उल्टा छात्रों को धमकी देने लगे और उनके साथ मौजूद लोग छात्रों को गाली- गलौज भी करने लगे।
दरअसल , बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं परीक्षा वापस से करवाए जाने की मांग को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 12 दिनों से अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरना स्थल पर बैठे हुए हैं यहां पर शिक्षक के साथ-साथ कई राजनेता भी आते हैं और इसे बातचीत करते हैं। ऐसे में दो दिन पहले प्रशांत किशोर भी इनके पास पहुंचे और उन्होंने तय किया कि गर्दनीबाग से निकलकर गांधी मैदान के गांधी मूर्ति के पास जमा होंगे। लेकिन प्रशासन की तरफ से इसकी मंजूरी नहीं दी गई हालांकि इसके बावजूद छात्र वहां पहुंचे और गांधी मैदान से जेपी गोलंबर तक पैदल मार्च भी किया उसके बाद प्रशासन की तरफ से बल प्रयोग कर इन लोगों को रोका गया जैसे ही पुलिस की तरफ से बल प्रयोग का माहौल देखने लगे तो सबसे पहले वहां से रफू चक्कर हो गए।
इसके बाद उसके बाद छात्र वापस से गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे और अपनी मांग को लेकर धरना पर बैठ गए। ऐसे में इन लोगों से मिलने आधी रात प्रशांत किशोर और उनके टीम के कुछ मेंबर पहुंचे और इस दौरान उनके तरफ से छात्रों को धमकियां दी गई साथ ही साथ भद्दी - भद्दी गालियां भी दी गई। इतना ही नहीं इन छात्रों से उनकी जातियां भी पूछी गई और उसके बाद यह भी कह दिया गया कि उठाकर यहां से तुम्हें लेकर चले जाएंगे कोई खोज खबर तक नहीं मिलेगी।
खबरों के मुताबिक प्रशांत किशोर जब धरना स्थल पर पहुंचे तो सबसे पहले छात्रों ने उनसे हाथ जोड़कर विनती करते हुए कहा कि.... सर आप यहां से चले जाइए हमें आपकी जरूरत नहीं है,आपने हम लोगों पर जानबूझकर राजनीति कर लाठियां चटकाबाई है। उसके बाद प्रशांत किशोर ने धमकी भरे अंदाज में उस छात्र से पूछा - नाम क्या है आपका,यह बताएं...
उसके बाद छात्र ने कहा कि - सर से क्या जरूरत है नाम जानने का ? फिर प्रशांत किशोर ने कहा की जरूरत से ज्यादा होशियार बनोगे ना तो कोई काम नहीं आएगा... उसके बाद छात्रों के समूह ने कहा कि.... आप छात्रों को डरा रहे हैं क्या? आप हमें धमकी दे रहे हैं क्या? आपको क्या लगता है कि हम आपकी धमकी से डरने वाले हैं क्या? उसके बाद छात्रों ने जमकर 'प्रशांत किशोर गो बैक के नारे लगाए'।
मामला यही नहीं रूका बल्कि प्रशांत किशोर ने कहा कि.... कंबल मांगे हो हमसे और अभी मेरा ही विरोध कर रहे हो। उसके बाद छात्रों ने कहा कि कौन आपसे कंबल मंगा है हमें आपके कंबल की जरूरत नहीं है। आप कंबल देकर धौंस दिखा रहे हैं, हम लोग आपसे मांगने गए थे क्या ? अब इसके जवाब में प्रशांत किशोर अपना आपा खो देते हैं और कहा कि ....सब तुम्हारी अकड़ ढीला कर देंगे ... इसके साथ ही पीके टीम के लोगों ने कहा कि अधिक बोलोगे तो उठा कर लेकर चले जाएंगे और कोई काम नहीं आएगा हमको पहचानते हो या नहीं पहचानते हो सब अकड़ तुम्हारी ढीली कर देंगे।
बता दें कि पटना में बीपीएसी परीक्षा को दोबारा करवाने की मांग को लेकर रविवार को छात्र अपना विरोध दर्ज कराने सुबह से ही गांधी मैदान पहुंचने लगे थे। दोपहर 1.30 बजे प्रशांत किशोर भी वहां पहुंचे। उनके आने के बाद गांधी मैदान का दस नंबर गेट खोला गया। ताकि वहां लगे मेले में आने-जाने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। इसके बाद छात्र संसद की शुरुआत हुई। छात्रों का कहना था कि पेपर लीक हुआ है और इसे रद्द किया जाए।
इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह आंदोलन छात्रों का है और आप जो निर्णय लेंगे हम उसके साथ रहेंगे। जब छात्रों ने मार्च करने का निर्णय लिया तो प्रशांत किशोर भी उनके साथ हो गए। उन्होंने मार्च का नेतृत्व भी किया। लेकिन जैसे ही लाठीचार्ज का माहौल बना प्रशांत किशोर वहां से भाग खड़े हुए। पुलिस ने बताया कि जेपी गोलंबर पर छात्रों का जमावड़ा हो गया और फिर कई बार छात्रों को चेतावनी दी गई कि वो वहां से चले जाएं लेकिन छात्र वहां से जाने के तैयार नहीं थे। छात्रों की भीड़ की वजह से वहां यातायात व्यवस्था भी कई घंटों तक बाधित रहा। पुलिस का यह भी कहना था कि छात्रों ने धक्का-मुक्की शुरू की जिसक बाद वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और फिर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहां से हटाया जा सका था।