DESK : नए कृषि कानून लागू करने और किसान आंदोलन का खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ा है. बीजेपी ने पंजाब निकाय चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किए हैं. पंजाब में हुए निकाय चुनाव के नतीजे आज सामने आ रहे हैं. कुल 117 निकायों पर 9000 से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आज हो रहा है किसान आंदोलन का समर्थन करने वाली कांग्रेस और अकाली दल को इसका फायदा मिलता नजर आ रहा है. गुरदासपुर समेत कई शहरों में कांग्रेस का दबदबा है तो वहीं अकाली दल को भी कई जगहों पर बढ़त मिली है.
पठानकोट जिले में 15 वार्ड के अंदर 8 सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई है. जबकि मोगा में नगर निगम चुनाव के नतीजे अकाली दल के और कांग्रेस के साथ गए हैं. यहां कांग्रेस को भी अकाली दल को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई है जबकि बीजेपी को केवल एक और आम आदमी पार्टी को 5 पर जीत मिली है.
गुरदासपुर जिले में कांग्रेस के 17 अकाली दल के दो और बीजेपी की को एक सीट पर चुनाव में जीत हासिल हुई है. पटियाला जिले में नगर काउंसिल में कांग्रेस के तीन अकाली दल और निर्दलीयों के खाते में 4 सीटें गई हैं अमृतसर जिले में अकाली दल के 10 कांग्रेस के दो और एक निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली है अजनाला में 8 वार्ड पर अकाली दल और 7:00 पर कांग्रेस का कब्जा हुआ है राईया मैं 12 वार्ड कांग्रेस के खाते में गई है जबकि जंडियाला में 6 पर कांग्रेस और 5 पर अकाली दल का कब्जा हुआ है.
जालंधर नगर पंचायत अलावलपुर में अकाली दल को एक सीट और निर्दलीयों को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई है लोहिया नगर पंचायत में कांग्रेस को दस्त सीटों पर जीत मिली है करतारपुर नगर काउंसिल में कांग्रेस को 6 और 9 निर्दलीयों को जीत हासिल हुई है कांग्रेस से नगर निकाय चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करती दिख रही है बीजेपी और एनडीए का साथ छोड़ने का कारण अकाली दल का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा है लेकिन बीजेपी का लगभग सूपड़ा साफ हो गया है अकाली के लिए राहत की बात यह है कि अमृतसर जिले में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा है