PATNA : भाजपा नेता हरी भूषण ठाकुर के मदरसे वाले बयान को लेकर के बीजेपी जदयू एक बार फिर से आमने सामने है. बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा कि जो लोग ऐसी बयानबाजी करते हैं उनको जानकारी नहीं है. जिन्हें लगता है कि मदरसा में आतंकवाद की पढ़ाई होती है वो हमारे साथ मदरसे में चल कर देखें. अगर आतंकवादी पाए गए तो हम राजनीति छोड़ देंगे.
मंत्री जमा खान ने कहा कि मदरसों में नैतिकता, मानवता का देश प्रेम का पाठ पढ़ाया जाता है. अगर चल कर देखेंगे तो पता चलेगा कि वहां क्या पढ़ाया जाता है. जो हमारी धार्मिक किताबें हैं उनमें मानवता का भी पाठ पढ़ाया जाता है. मदरसों से ही निकलकर हजारों उलेमा आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिए और देश के लिए शहादत दिए.
जमा खान ने कहा कि ऐसे बयान पहले भी आते थे. लोग अफवाह उड़ाते हैं. मदरसों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब जांच की जाती है तो कुछ नहीं मिलता. जिन्हें जानकारी नहीं है वह ऐसा बयान देते हैं. अगर असलियत जानेंगे तो खुद मदरसों को मजबूत करने के लिए सहयोग करेंगे.
उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार सभी धर्म के लोगों को लेकर साथ चलते हैं. कौन क्या बयान देता है उन्हें सब जानकारी है. लेकिन मैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हूं, इसलिए मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपना पक्ष रखूं. मंत्री ने कहा कि जो लोग जिम्मेदार पद पर हैं उन्हें बिना जानकारी के ऐसी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. इससे माहौल खराब होता है.
बता दें कि इससे पहले बिहार में मदरसों को लेकर सवाल उठाने वाले बीजेपी के नेताओं को नीतीश कुमार की ओऱ से जवाब दिया गया था. नीतीश कुमार के सबसे करीबी माने जाने वाले शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने लिखित बयान जारी किया है-बिहार के मदरसों के माध्यम से ही मुसलमानों में राष्ट्रप्रेम की भावना जगेगी. मदरसों पर सवाल उठाने वाले गलत हैं. गौरतलब है कि नीतीश सरकार में शामिल बीजेपी कोटे के दो मंत्रियों ने बिहार के मदरसों पर सवाल उठाते हुए उन्हें दी जा रही सरकारी मदद को बंद करने की मांग की थी.