सत्तापक्ष के सांसदों ने ही सरकार को घेरा, BSNL की खस्ताहाली पर रविशंकर प्रसाद को देनी पड़ी सफाई

सत्तापक्ष के सांसदों ने ही सरकार को घेरा, BSNL की खस्ताहाली पर रविशंकर प्रसाद को देनी पड़ी सफाई

DELHI : भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल की खस्ताहाल स्थिति का मसला आज संसद में जमकर गूंजा। लोकसभा में बीएसएनल के खस्ताहाल होने का मुद्दा प्रश्नोत्तर काल में उठा। बीजेपी सांसद रमा देवी ने बीएसएनएल की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार से यह जानना चाहा कि आखिर वह बीएसएनल को रास्ते पर लाने के लिए कौन से कदम उठा रही है। केंद्रीय दूर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सरकार की तरफ से जवाब देते हुए लोकसभा में बताया कि बीएसएनएल का पुराना रुतबा वापस लाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि बीएसएनएल के उपभोक्ताओं का प्रतिशत पहले से बढ़ा है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की संख्या पहले 9 फीसदी थी जो बढ़कर 10 फ़ीसदी हो गई है। लोकसभा में केंद्रीय दूर संचार मंत्री को अपनी ही पार्टी के सांसदों के तीखे सवाल झेलने पड़े। बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि बीएसएनल का घाटा 90 हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। रूडी ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर बीएसएनएल में सुधार को लेकर कौन से कदम उठाए जा रहे हैं। बीएसएनल को लेकर लोकसभा में चल रहे सवाल-जवाब के बीच दिलचस्प बात यह रही कि विपक्षी सांसद चुप्पी साधे रहे और सत्ता पक्ष के सांसदों ने ही सरकार को घेर लिया।