PATNA: बीजेपी की वाल पेंटिंग को लेकर पटना के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। वाल पेंटिंग में एक बार फिर मोदी सरकार लिखा गया है। पटना में हुए FIR पर ऋतुराज सिन्हा ने पूछा कि क्या देश के प्रधानमंत्री का नाम लिखना गलत है? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की लोकप्रियता हिंदुस्तान की जनता की दीवारों पर नहीं बल्कि उनके मन में बसी हुई है, क्या आप सभी पर एफआईआर कर पायेंगे?
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा है कि सोशल मीडिया से उन्हें यह पता चला है कि कोतवाली थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जिसमें उनके द्वारा दीवार पर लेखन “एक बार फिर मोदी सरकार” को लेकर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दीवार को गंदा किया है। इसके अलावा जदयू की ओर से जिलाधिकारी को भी ऐसा ही एक आवेदन देकर मीडिया में इसे फोटो के साथ प्रचारित-प्रसारित कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि "क्या मोदी जी इस देश के प्रधानमंत्री नहींं हैं? क्या देश के प्रधानमंत्री का नाम लेना या लिखना गलत है? यदि यह सब करना बिहार सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश जी की नजर में जुर्म होता है, तो मैं उन लोगों को जो ऐसी दुर्भावना पालने वाले हैं, स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूँ कि मैं ऐसे जुर्म के लिए 100 एफआईआर खुशी से झेलने के लिए तैयार हूँ।"
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि “दीवार लेखन का काम सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि देश की लगभग सभी पार्टियों के साथ साथ सरकार भी अपने स्तर पर कराती रही है तो ऐसे में अगर बिहार में भाजपा द्वारा मोदी जी के नाम का लेखन होने का कार्य हुआ तो क्या अलग हो गया? दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की चौतरफा बढ़ती लोकप्रियता से इस कदर घबरा और बौखला गए हैं कि अपने साथ-साथ अपने प्रशासनिक अधिकारियों को भी वैसे लोगों को ढूंढने में लगा दिया है जो राज्य में हम सबके प्रधानमंत्री मोदी जी का नाम लेते या प्रशंसा करते हैं।
उन्होंने कहा कि जहां सरकारी भवनों की दीवारों पर अश्लील बातें तक लिखी दिखती हैं, वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए किए आह्वान के खिलाफ जदयू के प्रदेश स्तर के नेता जिलाधिकारी के पास न केवल शिकायत लेकर जाते हैं, बल्कि उनके साथ खड़े होकर फोटो खिंचवाते हुए मीडिया में बांटते हैं। मैं बता देना चाहता हूं कि मोदी जी का एक सिपाही होने के नाते मैं प्रधानमंत्री के कार्यों को जन जन तक पहुंचाने में लगा रहूंगा। अगर बिहार में यह भी जुर्म है तो एक और एफआईआर मंजूर है।
उन्होंने कहा कि अगर कहीं मेरे समर्थकों ने किसी सरकारी दीवार या किसी सरकारी लेखन पर उत्साहित होकर मोदी जी का लेखन मेरे नाम से किया हो तो पटना का एक जिम्मेवार नागरिक होने के नाते उसे मिटवाने में भी एक कदम भी पीछे नहीं हटूंगा, लेकिन इसके साथ ही मैं जदयू के नेता और मुख्यमंत्री से अपील करूंगा कि पटना के फ्लाईओवर से अश्लील विज्ञापन हटवा लें, महत्वपूर्ण सरकारी स्मारकों-भवनों पर ऐसा लिखने वालों को सजा दें। अगर वह निष्पक्ष हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री के स्मारक और प्रथम राष्ट्रपति की समाधि को स्वच्छ घोषित कर दिखाएं। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की लोकप्रियता हिंदुस्तान की जनता की दीवारों पर नहीं बल्कि उनके मन में बसी हुई है, क्या आप सभी पर एफआईआर कर पायेंगे?