BJP के विरोध के आगे विवश हुए नीतीश, 15 साल से जमे गृह सचिव आमिर सुबहानी को आखिर हटाना पड़ा

BJP के विरोध के आगे विवश हुए नीतीश, 15 साल से जमे गृह सचिव आमिर सुबहानी को आखिर हटाना पड़ा

PATNA:  बीजेपी के विरोध के आगे एक बार फिर से नीतीश कुमार को विवश होना पड़ा है. बीजेपी के दवाब के कारण 15 साल से गृह सचिव के पद पर जमे आमिर सुबहानी को हटाना पड़ा है. इसको लेकर बीजेपी ने विरोध जताया था. आमिर सुबहानी की जगह अब के सेंथिल नए गृह सचिव बनाए गए हैं. 

बीजेपी ने हटाने की थी मांग

26 दिसंबर को बिहार में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान में बड़ा बयान दिया था. संजय पासवान ने कहा था कि बिहार में 15 साल से एक ही व्यक्ति गृह सचिव क्यों है, यह नीतीश कुमार को बताना चाहिए. बीजेपी एमएलसी ने कहा था कि आमिर सुबहानी बीते 15 साल से राज्य के गृह सचिव हैं. मुख्यमंत्री के पास अगर कोई इसका कारण या जवाब नहीं है तो फिर आमिर सुबहानी को हटाकर यह जिम्मा किसी दूसरे पदाधिकारी को दिया जाना चाहिए.

गृह विभाग छोड़ने की सलाह

इतना ही नहीं बीजेपी एमएलसी ने यह भी कहा था कि नीतीश कुमार को गृह विभाग का दायित्व छोड़ देना चाहिए. संजय पासवान ने कहा है कि जरूरी नहीं कि गृह विभाग बीजेपी के किसी मंत्री के पास जाएं. नीतीश चाहे तो यह जेडीयू के पास ही रहे और उन्हीं की पार्टी का कोई मंत्री इस विभाग को देखे लेकिन बदलाव को वक्त की जरूरत है.

बिहार में बढ़ गया अपराध

दरअसल बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाएं काफी हो रही हैं. आये दिन हत्या, लूट और रेप की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसको लेकर पहले भी बीजेपी नीतीश के सुशासन पर सवाल खड़ा कर चुकी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सासाराम के सांसद छेदी पासवान और बीजेपी विधायक संजय सरावगी अपराध को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं. आपको बता दें कि जब बिहार में सरकार बनने वाली थी तब भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गृह विभाग छोड़ने की बात नीतीश से कही थी.