PATNA : बिहार में भले ही डबल इंजन की सरकार चल रही हो, लेकिन बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्ते बहुत सहज नहीं नजर आ रहे. पिछले कुछ अर्से से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह बीजेपी से दूरी बना रखी है, उसे देखते हुए बिहार में राजनैतिक अस्थिरता आने का कयास लगातार लगाया जा रहा है. लेकिन अब जबकि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरें हैं, यदि उन्हें भारतीय जनता पार्टी पर एक बार फिर से प्रेशर पॉलिटिक्स अपनाया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पटना आए थे तो बीजेपी ने ऐलान किया था कि साल 2024 का लोकसभा चुनाव और 2025 का विधानसभा चुनाव वह जेडीयू के साथ मिलकर लड़ेगी. लेकिन अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस ऐलान को काल्पनिक बता दिया है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि 2024 में गठबंधन पर फैसला अभी नहीं हो सकता और यह सवाल पूरी तरह से काल्पनिक है.
ललन सिंह ने कहा है कि अभी लोकसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है अगर घोषणा होगी तो गठबंधन का पता चलेगा. ललन सिंह ने यह भी कहा है कि कल क्या होगा किसने देखा है. अभी यह सवाल बिल्कुल काल्पनिक है. हालांकि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन है. लेकिन ललन सिंह आखिर बीजेपी के इस ऐलान के बावजूद साल 2024 में जेडीयू के साथ उसका गठबंधन रहेगा इससे क्यों पीछे हट रहे हैं, यह सवाल उठना लाजमी है. केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के पहले बीजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति अपना रहा है. मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू दो मंत्री पद चाहता है. कम से कम एक कैबिनेट स्तर और एक राज्य स्तर के मंत्री पद की डिमांड है. बीजेपी के नेताओं को जेडीयू की तरफ से यह बता भी दिया गया है. लेकिन बीजेपी ने अब तक इस मामले में कोई ठोस भरोसा जेडीयू को नहीं दिया. लिहाजा अब ललन सिंह मीडिया में बयानबाजी कर रहे हैं हैं.
इतना ही नहीं जेडीयू अध्यक्ष ने यहां तक कह दिया है कि पिछले विधानसभा चुनाव में हम 71 से घटकर 43 पर पहुंच गए. जेडीयू के खिलाफ विधानसभा चुनाव में किस ने साजिश रची यह सभी जानते हैं. भितरघात और साजिश के शिकार हुए ललन सिंह ने कहा कि यह कौन नहीं जानता कि क्या क्या और कैसे हमारे खिलाफ किया गया. ऐसा नहीं है कि जनता दल यूनाइटेड के जनाधार में कमी आई है. लेकिन हमारे केवल 43 विधायक की जीतेंगे इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी. यह सब कुछ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कद को छोटा करने की साजिश थी. ललन सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या भविष्य में आरजेडी के साथ जाने की संभावना है तो उन्होंने कहा कि हम पीछे मुड़कर नहीं देखते हैं .आगे हमारा लक्ष्य ही है कि बिहार की सबसे बड़ी पार्टी जनता दल यूनाइटेड बने.