PATNA: पूरे देश और विदेशों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हो रही निंदा के बाद जेडीयू के साथ साथ सत्ताधारी दल के विधायक और मंत्री सीएम के बचाव में उतर गए हैं। नीतीश कैबिनेट में जेडीयू कोटे की मंत्री लेसी सिंह, शीला मंडल और नीतीश के करीबी अशोक चौधरी विधानसभा में 12वीं की बायलॉजी की किताब लेकर पहुंचे और सफाई दी कि जो बातें किताब में लिखी है उन्हीं बातों को मुख्यमंत्री ने सदन में कहा है। बीजेपी ने इसपर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी एमएलसी निवेदिता सिंह ने चैलेंज किया है कि मुख्यमंत्री ने सदन में जिस भाषा का इस्तेमाल किया अगर वह किताब में लिखा होगा तो वे राजनीति छोड़ देंगी।
बीजेपी एमएलसी निवेदिता सिंह ने कहा कि जेडीयू के लोगों में कोई लाज हया बची नहीं है। वे लाज बचाने के लिए बायलॉजी की किताब लेकर विधानसभा में घूम रहे हैं। जिस किताब को लेकर जेडीयू के लोग घूम रहे हैं वह किताब पढ़कर ही हमलोग सदन में आए हैं। पाठ्यक्रम सदन में पठाने की जगह नहीं है। उस विद्यालय के वीसी मुख्यमंत्री बन जाएं और उसके प्रिंसिपल अशोक चौधरी को बना दें। सदन में आने की जरुरत क्या है सभी सेक्स विद्यालय खोलवा दे और उस पाठ्यक्रम को पढाने का काम करें।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा सदन के भीतर मुख्यमंत्री ने इस्तेमाल की अगर उस तरह की भाषा लेसी सिंह और शीला मंडल किसी भी किताब में दिखा दें उसी दिन से राजनीतिक छोड़ दूंगी। बिहार सरकार की जो ओछी मानसिकता है उसे दर्शाने का काम बिहार के मुख्यमंत्री के साथ साथ सरकार में शामिल विधायक भी कर रहे हैं। जो पाठ्यक्रम स्कूलों में पढ़ाया जाता है और जिसे पढ़कर सभी लोग सदन में पहुंचे हैं उस किसे पढ़ाना चाह रहे हैं। जहां बिहार के विकास की चर्चा होनी चाहिए वहां बायलॉजी की किताब पढ़ाई जा रही है।
बीजेपी एमएलसी ने कहा कि नीतीश कुमार का बचाव करने के लिए सरकार के मंत्री बायलॉजी की किताब लेकर बोल रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने जो बात कही वह किताब में लिखा हुआ है। सभी अपने मुख्यमंत्री का बचाव कर रहे हैं। उनका काम ही है सरकार को बचाने के लिए हुआं-हुआं करना। मुख्यमंत्री ने कैसे महिलाओं की इज्जत को सदन के भीतर तार-तार किया उसे पूरा देश जान चुका है।