मंत्री बनी तो शपथ पत्र नहीं पढ़ पाई थी बीमा भारती, एक बार फिर चर्चा में आई नीतीश कुमार की ये मंत्री

मंत्री बनी तो शपथ पत्र नहीं पढ़ पाई थी बीमा भारती, एक बार फिर चर्चा में आई नीतीश कुमार की ये मंत्री

PATNA: बिहार सरकार की मंत्री बीमा भारती एक बार फिर से चर्चा में बनी हुई हैं. इस बार चर्चा का कारण है कि देश में संविधान कब लागू हुआ इसको लेकर उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर भरी सभा में दो बार गलत पढ़ा. यह वही मंत्री हैं जो जीतन राम मांझी के सीएम पद के शपथ लेने के बाद जब मंत्री बन रही थी तो वह अपना शपथ पत्र भी पढ़ नहीं पाई थी. जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी और चर्चा अब भी हो रही है.

नहीं पढ़ पाई थी शपथ पत्र

जून 2014 में नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद उन्होंने जीतन राम मांझी को सीएम के लिए पार्टी में नाम आगे रखा. जब मांझी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो उसमें बीमा भारती को भी रखा गया था. इसको लेकर कई सवाल भी उड़े, लेकिन बीमा पिछड़ा एवं अति पिछड़ा मामलों की मंत्री बनाई गई. लेकिन चर्चा तब जोरों पर होने लगी जब वह शपथ पत्र नहीं पढ़ सकी. 

नीतीश के मंत्रिमंडल में मंत्री

मांझी के बाद नीतीश कुमार का जून 2019 में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो उसमें भी बीमा भारती को जगह मिली और गन्ना एवं विकास विभाग का मंत्री बनाया गया. जो वर्तमान में इस विभाग को देख रही हैं. 


इंटर तक पढ़ी हैं बीमा भारती

बीमा भारती इंटर तक पढ़ाई की है. फिर भी मंत्री रहने के दौरान इस तरह से उनसे गलती हो जाती है जो चर्चा का विषय बन जाता है. इसके पहले वह अपने पति के कारनामों के कारण भी चर्चा में रह चुकी है. उनके पति पर कई अपराधिक मामले दर्ज है. वह कई बार रुपौली से विधायक रह चुकी है.

भरी सभा में पढ़ा गलत भाषण

आज समस्तीपुर के पटेल मैदान आयोजित मुख्य समारोह में झंडोतोलन के मौके पर जिला की प्रभारी मंत्री बीमा भारती ने अपने सम्बोधन में लिखा हुआ स्पीच पढ़ा. लेकिन इसमें भी उन्होंने संविधान लागू होने का साल दो बार गलत पढ़ा. 1950 की जगह उन्होंने पहले तो 1985 पढ़ा फिर बगल से किसी के टोकने पर फिर 1955 पढ़ा.  इसके बाद मैदान में मौजूद लोगों में यह चर्चा शुरू हो गयी कि देखकर भी सही से नहीं पढ़ पाती हैं.