PATNA : बिजली कंपनियों ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं के घरों में और कार्यालयों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में प्रीपेड मीटर लगाने का अभियान छेड़ रखा है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के अभियान में राजधानी पटना के अंदर तेजी लाई गई है लेकिन नया स्मार्ट प्रीपेड मीटर बिजली उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा रहा है। दरअसल प्रीपेड मीटर लगने पर पोस्टेड मीटर का बकाया बिजली बिल 300 दिनों में किस्त के तौर पर लेने का प्रावधान है लेकिन प्रीपेड मीटर को रिचार्ज कराते हैं बिजली कंपनी द्वारा पूरी बकाया राशि काट ली जा रही है। उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही।
रिचार्ज के साथ ही बकाया बिल काटे जाने से उपभोक्ता परेशान हैं उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अचानक उनके प्रीपेड स्मार्ट मीटर से इतना पैसा कैसे कट गया इसके बाद उनका कार्यालय का चक्कर लगाने का काम शुरू हो रहा है ऐसे कई उपभोक्ताओं ने बिजली कंपनी के ऑफिस में शिकायत दर्ज की है लेकिन अब तक के उन्हें साफ-साफ जवाब भी नहीं दिया गया है हालांकि बिजली कंपनी का इस मामले में तर्क है कि पिछली बिलिंग के बाद से प्रीपेड मीटर लगने के दिन तक की खपत का शुल्क ही काटा जा रहा है बिजली कंपनी के मुताबिक जो बन चुका है उसी की जाएगी किसी उपभोक्ता में 20 दिन तक पोस्टपेड मीटर का इस्तेमाल किया है और उसकी बिजली बिल नहीं बनी है अगर ऐसे में प्रीपेड मीटर लगाया जाता है तो बकाया राशि रिचार्ज के साथ ही एक मुश्त कट जाएगी।
उधर स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं को महीने के अंत में बिजली बिल बनाए जाने की बात कही जा रही है बिजली कंपनी स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं से बैलेंस समाप्त होने पर डिश कनेक्शन चार्ज अग्यारी कनेक्शन चार्ज नहीं लेगी बिजली कंपनी मुख्यालय के पदाधिकारियों के मुताबिक बिजली कंपनी ने विशेष परिस्थितियों में पोल से बिजली काटने के बाद भी कनेक्शन के लिए लाइन में भेजने की परिस्थितियों में चार्ज लेने का फैसला किया है