PATNA: कोरोना की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। बिहार में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है जिसे लेकर हर व्यक्ति परेशान है। बढ़ते संक्रमण से कईयों की जाने जा चुकी है वही कई लोग अब भी बीमार हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार के विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को वैक्सीन लगाने का फैसला लिया गया है। पटना के बेऊर जेल समेत तमाम जेलों में बंद 1000 कैदियों के पहचान पत्र जमा किया गया है जिन्हें आज से वैक्सीन लगाई जाएगी।
बिहार के तमाम जेलों में बंद कैदियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। इसे लेकर आज विशेष अभियान की शुरूआत की गयी है। जेल में बंद कैदियों के वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की तरफ से पहले ही परमिशन दे दी गयी है। इस चलाए जा रहे अभियान के तहत पटना के बेऊर जेल सहित राज्य के सभी जेलों में बंद 45 साल और इससे अधिक उम्र के कैदियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी।
पटना के बेऊर जेल में बंद 300 कैदियों का पहचान पत्र अब तक मिला है। इसी तरह समस्तीपुर में 200 और गोपालगंज में 100 कैदियों ने पहचान पत्र मिले हैं। राज्य के तमाम जेलों में बंद कैदियों कीआबादी का 30 से 35 प्रतिशत हिस्सा 45 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों का है। बिहार में जब 18 साल या उससे अधिक के लोगों वैक्सीन दी जाएगी तो फिर जेलों में बंद इस उम्र के कैदियों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी।
पहले चरण के वैक्सीनेशन के लिए सभी जेलों में वैक्सीन भी पहुंच गयी है। बिहार के जेल आईजी मिथिलेश मिश्र ने बताया कि पटना के बेऊर जेल समेत तमाम जेलों को मिलाकर 1000 कैदियों के आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य पहचान पत्र जेल प्रशासन को उपलब्ध कराया गया है। जिसके बाद आज से जेल में बंद कैदियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाएगी।