बिहारी छोरे पर आया फ्रांसीसी मेम का दिल,11 साल पहले बोधगया में टूरिस्ट गाइड की हुई थी मुलाकात, निबंधन कार्यालय से अनुमति मिलते ही करेंगे शादी

बिहारी छोरे पर आया फ्रांसीसी मेम का दिल,11 साल पहले बोधगया में टूरिस्ट गाइड की हुई थी मुलाकात, निबंधन कार्यालय से अनुमति मिलते ही करेंगे शादी

GAYA: कहते हैं प्यार अंधा होता है इसमें जाति, धर्म और अमीर गरीब की दिवार आड़े नहीं आती। प्यार करने वाले किसी तरह अपनी मंजिल पा ही लेते हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के गया जिले में सामने आया है। जहां सात समंदर पार से बोधगया आई फ्रांसीसी युवती बिहारी छोरे को अपना दिल दे बैठी। बोधगया में टूरिस्ट गाइड का काम करने वाले नागमणि से उसकी मुलाकात 11 साल पहले हुई और यह मुलाकात प्यार में बदल गयी। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करने लगे और अब शादी के बंधन में बंधने की तैयारी कर रहे हैं।  


बोधगया के रहने वाला प्रेमी नागमणि ने फ्रांसीसी युवती के साथ हिन्दू रीति रिवाज के तहत शादी करने के लिए निबंधन कार्यालय में आवेदन दिया है। लेकिन अभी निबंधन कार्यालय से स्वीकृति मिलने में कुछ समय लग सकता है। क्योंकि इस आवेदन को फ्रांस भेजा जाएगा। जहां फ्रांसीसी युवती का वेरिफिकेशन कराया जाएगा। फ्रांस से वेरिफिकेशन रिपोर्ट आते ही प्रेमी युगल को शादी की अनुमति दी जाएगी।


बताया जाता है कि प्रेमी नागमणि बोधगया में गाइड का काम करता था। वही मिड वाइफ का कोर्स करने के बाद फ्रांसीसी युवती प्रसव के क्षेत्र में काम करती है। युवक बोधगया के भागलपुर गांव का ही रहने वाला है। बोधगया घुमने आई फ्रांसीसी युवती की मुलाकात 2010 में नागमणि से हुई थी। फ्रांसीसी युवती और बिहार के युवक नागमणि की मुलाकात गया के एक रेस्टोरेंट में हुई थी। जिसके बाद यह मुलाकात प्यार में बदल गया। इस दौरान दोनों एक दूसरे के देश भी आने जाने लगे। इस तरह 11 साल भी गुजर गये। 


अब दोनों ने परिवारवालों की मर्जी से शादी करने का फैसला लिया है। दोनों के परिजनों ने इस शादी के लिए रजामंदी भी दे दी है। प्रेमी नागमणि ने फ्रांसीसी युवती के साथ हिन्दू रीति रिवाज से शादी करने के लिए निबंधन कार्यालय में आवेदन भी दिया है। लेकिन अभी निबंधन कार्यालय से स्वीकृति मिलने में थोड़ा वक्त लग सकता है क्योंकि इस आवेदन को फ्रांस भेजा जाएगा। 


जहां फ्रांसीसी युवती का वेरिफिकेशन कराया जाएगा। फ्रांस से वेरिफिकेशन रिपोर्ट आते ही प्रेमी युगल को शादी की अनुमति दी जाएगी। अब दोनों प्रेमी युगल और उनके परिवारवालों को फ्रांस से भेजे जाने वाले वेरिफिकेशन रिपोर्ट का इंतजार है। जिसके बाद दोनों की शादी धूमधाम के साथ करायी जाएगी। 


गौरतलब है कि इससे पहले भी मुंगेर और बेगूसराय में इसी तरह का मामला सामने आ चुका है। अपने प्रेमी को जीवनसाथी बनाने के लिए फ्रांस से एक युवती सात समंदर पार कर मुंगेर के जमालपुर में आ पहुंची थी। फ्रांस की दुल्हनियां चार्ली अपने पूरे परिवार के साथ बिहारी दूल्हे से शादी रचाने के लिए मुंगेर कोर्ट में कोर्ट मैरिज किया। जिसके बाद दोनों परिवारों की रजामंदी से हिंदू रीति रिवाज के साथ सगाई की रस्म अदा की गयी। जमालपुर के रेलवे सिनेमा हॉल में बने मैरिज हॉल में इस कार्यक्रम को रखा गया था। कुछ दिन बाद दोनों सात फेरे लेंगे और शादी के बंधन में बंधेंगे।


मुंगेर के रणवीर और फ्रांसी की रहने वाली चार्ली चमतिल उर्फ शालिनी 


भारतीय दूल्हा और फ्रांसीसी दुल्हनिया की इस गजब की प्रेम कहानी की चर्चा जमालपुर से लेकर मुंगेर तक हुई थी। जमालपुर के ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र निवासी नरेश प्रसाद के बेटे रणवीर फ्रांस की एक बड़ी कंपनी में इंजीनियर था। 2015 में वह अपनी पढ़ाई पूरी करने फ्रांस गया हुआ था। जहां उसे वहां एक बड़ी कंपनी में इंजीनियर की नौकरी मिली।

 जिस कंपनी में रणवीर काम करता था उसी कंपनी में डोनिन्नगु तेलुर्जी की बेटी चार्ली चमतिल उर्फ शालिनी भी बतौर इंजीनियर के तौर पर काम करती थी। इसी दौरान दोनों की बातचीत हुई। दोनों एक दूसरे को चाहने लगे। बात इतनी आगे निकल गयी थी कि दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें भी खा ली। चार वर्षों तक प्रेम प्रसंग चला और बात शादी तक पहुंच गई। 

इससे पहले भी कुछ ऐसा ही मामला बेगूसराय के भगवानपुर में सामने आया था। 22 नवम्बर 2021 को बेगूराय के एक युवक के साथ फ्रांस की युवती की हिंदू रीति-रिवाज से शादी हुई थी। भगवानपुर प्रखंड के कटहरिया गांव में यह शादी संपन्न हुई थी। कटहरिया गांव निवासी रामचंंद्र साह सपरिवार कोलकाता में रहते थे। उनका पुत्र राकेश कुमार साह दिल्‍ली में टूरिस्‍ट गाइड का काम करता था। छह वर्ष पूर्व फ्रांस की मेरी लोरी हेरल भारत आई थी। मेरी को उनके बेटे ने ही दिल्‍ली घुमाया था। इसके बाद दोनों में करीबी बढ़ी। इंडिया से लौटने के बाद भी राकेश और मेरी की बातचीत होती रही। करीब तीन वर्ष पहले मेरी के बुलावे पर राकेश भी पेरिस चला गया। वहां दोनों कपड़े का व्‍यवसाय करने लगे।

इसी क्रम में दोनों में प्रेम हो गया। इसकी जानकारी हुई तो दोनों के स्‍वजन शादी के लिए तैयार हो गए। पहले पेरिस में दोनों ने शादी की। उसके बाद जब लोरी बेगूसराय अपने परिजनों के साथ पहुंची थी जहां राकेश के साथ उसकी शादी धूमधाम के साथ करा दी गयी। रिश्तेदारों और ग्रामीणों का तांता विदेशी दूल्हन को देखने के लिए घर पर लगा रहा। दूल्हा-दुल्हन को लोगों ने खूब आशीर्वाद भी दिया था। शादी के बाद रिसेप्‍शन का भी आयोजन किया गया था। जिसमें गांव के लोग भी शामिल हुए थे। शादी के बाद नव दंपती व उनके माता-पिता फ्रांस के लिए रवाना हो गये थे। बेगूसराय के बाद मुंगेर और अब बोधगया में भी इसी तरह का प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है। जहां अपने प्रेमी को जीवनसाथी बनाने के लिए सात समंदर पार कर अपने प्रेमी के घर पहुंची।