PATNA: मैथिली भाषा को मान्यता मिलने के बाद अलग मिथिला राज्य की मांग उठने लगी है। बिहार विधान परिषद में विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने अगल मिथिला राज्य बनाने की मांग की थी हालांकि उनकी इस मांग को लेकर महागठबंधन में रार छिड़ गई है। भाकपा माले ने राबड़ी देवी के बयान का विरोध किया है।
भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने राबड़ी देवी के मिथिला राज बनाए जाने बयान पर पूरी तरह से विरोध कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मिथिला राज बनेगा तो सीमांचल राज्य क्यों नहीं बनेगा? अगर सीमांचल राज्य नहीं बना तो निश्चित तौर पर विरोध होगा।
उनका कहना था कि अगर मिथिला राज्य बना तो सीमांचल बनेगा। नहीं तो इसको लेकर विरोध प्रदर्शन होगा। हम इसको लेकर लड़ाई लड़ेंगे। अगर मिथिला राज्य बना तो सीमांचल राज्य भी बनेगा। माले विधायक के विरोध के बाद साफ हो गया है कि अलग मिथिला राज्य के मुद्दे पर महागठबंधन के दलों की राय अलग-अलग है।