PATNA : बिहार विधानसभा में बजट सत्र का आज पांचवां दिन है. 28 फ़रवरी को बिहार का बजट पेश किया गया था. आज बजट पर चर्चा हो रही है. तेजस्वी यादव ने आज सदन में बजट पर चर्चा करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी यादव ने कहा कि साल दर साल वही घिसा पिटा बजट पेश किया जाता है. तेजस्वी यादव ने इस दौरान बिहार की तुलना अन्य राज्यों से कर दी. तेजस्वी ने कहा कि सरकार खुद अपनी पीठ थपथपाती है.
तेजस्वी यादव ने नीति आयोग और CAG की रिपोर्ट दिखा दी. साथ ही राबड़ी देवी से शासन कल की तुलना की. उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी के शासन काल में विकास दर 32 था अब 34 है. अब डबल इंजन की सरकार है तब ये हाल है. शिक्षा में केरल सबसे अच्छा बिहार सबसे पीछे, बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, नीति आयोग की रिपोर्ट में सामने आया है कि 52 फीसदी आबादी गरीब है. बिहार के 38 जिलों में आधे से ज्यादा आबादी गरीब है.
बजट हर साल बढ़ रहा है. लेकिन हालात नहीं सुधार रहे हैं. बजट की बात कर रहे CAG की रिपोर्ट में अध्याय 5 में पेज 32 पर 19-20 साल का हिसाब दिया गया है. जिसमें लिखा है कि 80 हजार करोड़ खर्च नहीं कर पाए. कृषि में 41 फीसदी खर्च नहीं, स्वास्थ्य में 31 प्रतिशत खर्च नहीं, अल्पसंख्यक कल्याण में 51 प्रतिशत खर्च नहीं किया गया है. ये बजट जो पेश करते हैं वो खर्च क्यों नहीं कर पाते. बेरोजगारी है इतनी तो खर्च क्यों नहीं कर रहे रोजगार देने में.
15 साल से डबल इंजन की सरकार है. वही सीएम वही केंद्र में, लेकिन क्या स्थिति है बिहार की. यही लोग स्पेशल स्टेटस का दर्जा मांगते हैं तो कैसा विकास है. क्यों पीठ थपथपा रहे हैं. तेजस्वी यादव ने शायरी बोलते हुए कहा कि तुम्हरी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है. वहीं मंत्री विजेंद्र यादव ने उठकर आपत्ति जताई, और कहा CAG परफेक्ट रिपोर्ट नहीं देती, इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि आप लोग CAG पर ही सवाल उठा देते हैं. सच सुनने का ताक़त नहीं है.
बिहार में बेरोजगारी की भयावह स्थिति है. हर चौथे युवा में 3 बेरोजगार है. किसानों की आय नहीं है, खाद नहीं मिल रहा है. देश में सबसे अधिक महंगी बिजली बिहार में है. सात निश्चय में बड़ी लूट हुई है. इनके मंत्री कहते हैं कि 90 फीसदी नल में जल पहुंच रहा है, बड़ा झूठ बोलते हैं. दलित महादलित को जमीन देने का वादा किया था ये भी छलावा है. मांझी जी इस बारे में सही बता देंगे. फैक्ट्रियां बंद हैं, रोजगार के लिए लोग पलायन कर रहे हैं. डबल इंजन की सरकार ने कमाल कर दिया. गरीबों को गरीब अमीरों को मालामाल कर दिया.