ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव बना वैश्विक लोकतंत्र की सीख का केंद्र, इतने देशों के अधिकारी पहुंचे पटना; EVM सेंटर से पोलिंग बूथ तक लेंगे जानकारी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण: 18 जिलों की 121 सीटों पर कल पड़ेगा वोट, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे इतने उम्मीदवारों का फैसला Kartik Purnima 2025: आज है कार्तिक पूर्णिमा, जानिए स्नान-दान और देव दिपावली का महत्व गया जी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रोड शो, डॉ. प्रेम कुमार के समर्थन में मांगा वोट Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां

बिहार विधानसभा में भगवान के जमीन के मालिकाना हक का मामला उठा

1st Bihar Published by: Updated Mon, 07 Mar 2022 01:47:26 PM IST

बिहार विधानसभा में भगवान के जमीन के मालिकाना हक का मामला उठा

- फ़ोटो

PATNA : बिहार विधानसभा के अंदर आज एक बार फिर से भगवान के जमीन के मालिकाना हक का मामला उठा. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने इस मुद्दे को सदन के पटल पर रखा. बीजेपी विधायक के सवाल पर सरकार के तरफ से मंत्री प्रमोद कुमार जवाब दे रहे थे और उन्होंने कहा कि वह पूरे बिहार में घूम-घूमकर मंदिर के कितने एकड़ जमीन हैं उसको चिन्हित किया है. 


मंत्री प्रमोद कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का हवाला भी दिया जिसमें साफ किया गया है कि मंदिर और मठ के जमीन के स्वामी के तौर पर भगवान होंगे. मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि कोर्ट के आदेश में साफ लिखा हुआ है कि जो भी मंदिर है उस जमीन का मालिकाना हक भगवान का ही होगा. हालांकि बिहार के कई मंदिर और मठ के जमीन पर देख रेख करने वाले और पूजा करने वाले पुजारी ही उस पर मालिकाना हक जताते आ रहे हैं, जिसकी शिकायत कई बार की गई थी.


सदन से बाहर आ कर संजय सरावगी ने कहा कि जैसे हम अपने प्रॉपर्टी की चिंता करते हैं वैसे ही मंदिर के जमीन की चिंता धार्मिक न्यास ही करेगा. बहुत सारे मंदिर अभी अवैध कब्जे में है. सेवा दार हकदार नहीं हो सकता. इसलिए रैयत में भगवान का नाम होना चाहिए. राजस्व विभाग अब इसकी निगरानी करेंगे.




दरअसल, ये अकसर देखने को मिलता है की मंदिर की जमीन पर पुजारी अपना अधिकार बना लेते हैं. सरकारी कागजात पर भी पुजारी का नाम लिख दिया जाता है. उसके बाद पुजारी अपनी मर्जी से मंदिर की जमीन को बेच देते हैं.