PATNA : बिहार विधानसभा के अंदर आज एक बार फिर से भगवान के जमीन के मालिकाना हक का मामला उठा. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने इस मुद्दे को सदन के पटल पर रखा. बीजेपी विधायक के सवाल पर सरकार के तरफ से मंत्री प्रमोद कुमार जवाब दे रहे थे और उन्होंने कहा कि वह पूरे बिहार में घूम-घूमकर मंदिर के कितने एकड़ जमीन हैं उसको चिन्हित किया है.
मंत्री प्रमोद कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का हवाला भी दिया जिसमें साफ किया गया है कि मंदिर और मठ के जमीन के स्वामी के तौर पर भगवान होंगे. मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि कोर्ट के आदेश में साफ लिखा हुआ है कि जो भी मंदिर है उस जमीन का मालिकाना हक भगवान का ही होगा. हालांकि बिहार के कई मंदिर और मठ के जमीन पर देख रेख करने वाले और पूजा करने वाले पुजारी ही उस पर मालिकाना हक जताते आ रहे हैं, जिसकी शिकायत कई बार की गई थी.
सदन से बाहर आ कर संजय सरावगी ने कहा कि जैसे हम अपने प्रॉपर्टी की चिंता करते हैं वैसे ही मंदिर के जमीन की चिंता धार्मिक न्यास ही करेगा. बहुत सारे मंदिर अभी अवैध कब्जे में है. सेवा दार हकदार नहीं हो सकता. इसलिए रैयत में भगवान का नाम होना चाहिए. राजस्व विभाग अब इसकी निगरानी करेंगे.
दरअसल, ये अकसर देखने को मिलता है की मंदिर की जमीन पर पुजारी अपना अधिकार बना लेते हैं. सरकारी कागजात पर भी पुजारी का नाम लिख दिया जाता है. उसके बाद पुजारी अपनी मर्जी से मंदिर की जमीन को बेच देते हैं.