विधान परिषद के कर्मियों की कोरोना से मौत, 15 पॉजिटिव मिलने के बाद कार्यालय 18 अप्रैल तक बंद

विधान परिषद के कर्मियों की कोरोना से मौत, 15 पॉजिटिव मिलने के बाद कार्यालय 18 अप्रैल तक बंद

PATNA : बिहार में कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में कई लोग आ रहे हैं. राजधानी पटना में हालात सबसे ज्यादा खतरनाक है. कोरोना महामारी से जुड़ी हुई इस वक्त एक ताजा अपडेट सामने आया है. बिहार विधान परिषद में कोरोना का जबरदस्त संक्रमण देखने को मिल रहा है. परिषद में काम करने वाले 15 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. 


बिहार विधान परिषद की ओर से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक परिषद में काम करने वाले दो सहायकों की मौत हो गई है. सहायक अरुण राम की मौत के बाद एक और सहायक की मौत हो गई है, जिनका नाम विजेंद्र बताया जा रहा है. विधान परिषद में कोरोना टेस्ट जारी है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को 150 लोगों की टेस्टिंग कराई गई है, जिसमें से लगभग 15 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस आंकड़े के मुताबिक परिषद् में काम करने वाले हर दसवां कर्मी कोरोना की चपेट में आ गया है. क्योंकि संक्रमण का दर 10% माना जा रहा है. 


गौरतलब हो कि विधान परिषद में सोमवार को अरुण राम के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया. उन्हें श्रद्धांजलि दी गई जिसके बाद कार्यालय बंद कर दिया गया. विधान परिषद सचिवालय में अब सैनिटाइजेशन का काम कराया जाएगा. उसके बाद ही कार्यालय में कर्मी प्रवेश करेंगे विधान परिषद के सभी अधिकारियों पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह भी अपनी कोरोना जांच कराएंगे. हालांकि वह पहली लहर में पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. 


विधान परिषद में भी अब गृह विभाग के गाइडलाइन का पालन होगा. 30 अप्रैल तक के 33 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ कार्यालय चलाने का निर्देश दिया गया है. वही वरीय अधिकारियों की उपस्थिति को 100 फीसदी रखा गया है.