PATNA : गंगा नदी में लाशों के मिलने का सिलसिला जारी है. बिहार और उत्तर प्रदेश में गंगा में लाशों का अम्बार देखा जा रहा है. इस घटना को लेकर राजनितिक पार्टियां सरकार को निशाना बना रही हैं. बिहार में भी आरजेडी लगातार नीतीश सरकार पर हमलवार है. शुक्रवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर लिखा कि गंगा मैया की गोद में लाशों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है.
ट्विटर के माध्यम से सरकार पर हमला बोलते हुए लालू ने लिखा कि "गंगा मैया की गोद में लाशों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है. किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा माँ को बचाओ।"
उधर तेजस्वी यादव ने बिहार में कोरोना की टेस्टिंग पर सवाल उठया और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि "आदरणीय नीतीश जी, बिहार की जनता आपकी सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आख़िर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आँकड़ो का फ़र्ज़ीवाडा कर कृपया राज्यवासियों की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए।"
तेजस्वी ने आगे लिखा कि "WHO व ICMR मानक के अनुसार RT-PCR टेस्ट कोरोना जाँच का Gold Standard है और उसे कुल जाँच का 70% होना चाहिये। लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% RT-PCR जाँच कर रही है। इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य ये है कि पिछले माह की तुलना में 41% कटौती की है जबकि +ve rate 20% है।"
दरअसल तेजस्वी ने एक मीडिया रिपोर्ट को साझा किया है. जिसमें ये कहा गया है कि बिहार में आरटी-पीसीआर टेस्ट में 40% की गिरावट हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने 1 अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच औसतन 34 हजार 174 टेस्ट प्रतिदिन किये गए. जबकि इस महीने 1 मई से 10 मई के बीच रोजाना औसतन 20 हजार 200 टेस्ट ही आरटी-पीसीआर के माध्यम से किये गए. केंद्र सरकार के आंकड़े के मुताबिक बिहार में एंटीजन टेस्ट की संख्या में पिछले महीने की तुलना इस महीने शुरू के दस दिनों में तक़रीबन 22% की वृद्धि हुई है.