PURNIA: नीतीश के शराबबंदी कानून का खौफ कितना है इसका अंदाजा लगाने के लिए बिहार के पूर्णिया शहर के चार शराबी दोस्तों की कहानी सुनिये. चारों ने साथ बैठ कर जमकर दारू पी और शर्त लगाया कि अब पुलिस थाने चलेंगे. चारों ने पुलिस थाना परिसर में गाड़ी घुसाई और फिर वहां से निकल भी गये. हालांकि बाद में वे फंस ही गये.
थाने में नहीं सड़क पर फंस गये
दरअसल चारों शराबी दोस्त नशे में धुत्त होकर एक काले रंग की हुंडई क्रेटा कार से रात के एक बजे शहर में घूम रहे थे. बीआर-11-एयू-8055 नंबर की स कार में नशे मे चूर चारो युवक सवार थे. तेज रफ्तार में वे लाउड साउंड में गाना बजाते हुए पूर्णिया की सड़क पर गाड़ी दौड़ा रहे थे. गुलाबबाग बाईपास पर पुलिस की नजर उस गाड़ी पर पड़ी तो देखते ही लग गया कि उसमें बैठे युवक नशे में चूर हैं. सदर थाने की पुलिस ने पीछा कर उनकी गाड़ी को रूकवाया और फिर उन्हें पकड़ा.
शर्त लगाकर थाने में ले गये थे गाड़ी
पुलिस ने जब नशे में धुत्त युवकों से पूछताछ की तो पता चला कि चारों ने शराब पीने के बाद शर्त लगायी थी कि वे अपनी गाड़ी को थाने में ले जायेंगे. वे शराब पीकर गाड़ी पर सवार होकर तेज आवाज में गाना बजाते हुए सदर थाना में घुसे. थाने के कैंपस में जाकर गाड़ी घुमायी और फिर वहां से निकल गये. अब पुलिस कह रही है कि सदर थाने के थानेदार मधुरेंद्र किशोर की नजर उस गाड़ी पर पड़ गयी थी. गाड़ी को थाना परिसर में घुसाने और फिर उसे वापस ले के बाद उन्हें शक हुआ था. इसलिए थानेदार ने गश्ती में लगी पुलिस गाड़ी को सर्तक कर दिया था. पुलिस का दावा है कि गश्ती गाड़ी की सतर्कता के कारण ही चारों युवक पकड़ लिये गये. पुलिस कह रही है कि गश्ती वाहन से उस वाहन का पीछा शुरू किया गया और एक घंटे तक नशेड़ियों और पुलिस के बीच भागमभाग के बाद उन्हें पकड़ लिया गया।
चारों बड़े बाप के बेटे
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार हुए चारों युवक बड़े बाप के बेटे हैं. उनमें 21 साल का अंकित गुप्ता, 29 साल का विजय पाल, 29 साल का विक्रम कुमार और 21 साल का सौरभ कुमार शामिल हैं. चारों गुलाबबाग के रहने वाले हैं और उनके पिता कारोबारी हैं और प्रतिष्ठित माने जाते हैं. पुलिस ने ब्रेथ एनालाइजर से जांच में उनके शराब पीकर धुत्त होने की पुष्टि के बाद गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को उन सबों को जेल भेज दिया गया है।