SAMASTIPUR : बड़ी खबर समस्तीपुर से है, जहां एक सगी मां द्वारा अपने दो बच्चों को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने चाइल्डलाइन की मदद से एक बच्चे को मुक्त करा लिया है। मुक्त कराए गए बच्चे की पहचान किशन कुमार के रूप में हुई है, जो सात साल का है। पटोरी थाने आवेदन देकर पिता और दादी ने बच्चे को मुक्त कराने की मांग की थी।
पूरा मामला पटोरी थाना क्षेत्र स्थित फतेहपुर गांव का है। गांव का इंद्रदेव महतो जम्मू-कश्मीर में काम करता है। इंद्रदेव महतो की पत्नी सरिता देवी पिछले एक साल से पटोरी आकर रह रही थी। सिनेमा चौक पर किराए पर कमरा लेकर वह अपने साथ बेटे किशन कुमार और बेटी करीना के साथ रहने लगी थी। मई के अंत में उसने मकान मालिक गणेश प्रसाद गुप्ता से 50 हजार रुपए लेकर अपने बेटे को बेच दिया और बेटी को लेकर वहां से चली गई।
जब इस बात की जानकारी बच्चे की दादी को मिली तो दादी ने पटोरी थाना में आवेदन देकर अपने पोते को बेचे जाने का आरोप लगाया और पुलिस से गुहार लगाई कि उसे गणेश प्रसाद गुप्ता के चंगुल से मुक्त कराया जाए। लेकिन मकान मालिक गणेश बच्चे को देने को तैयार नहीं था।बच्चे के पिता इंद्रदेव महतो ने भी पटोरी थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी बच्चे को बेच कर फरार हो गई है और गणेश प्रसाद गुप्ता नाजायज रूप से उसके बच्चे को रखा है।
मामले में जब पुलिस कार्रवाई नहीं हुई तो घर वालों ने चाइल्डलाइन से संपर्क किया। चाइल्डलाइन के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने बच्चे का रेस्क्यू कर चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया।फिलहाल चाइल्डलाइन तथा पुलिस ने मामले की छानबीन शुरु कर दी है। इधर, परिवार वालों ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी बेटी करीना कुमारी को भी उसकी मां ने वैशाली के सहदेई में किसी के हाथों बेच दिया है।