पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
SHEKHPURA : खबर शेखपुरा से है, जहां जिले की एक प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ ने खुदकुशी कर ली है। डॉ. बरखा सोलंकी ने रविवार की देर रात अपने घर में फांसी लगाकर अत्म हत्या कर ली। डॉ. बरखा सोलंकी का शव उनके कमरे में पंखे ले लटकता हुआ पाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और मामले के छानबीन में जुट गई है।
डॉ. बरखा सोलंकी की मौत की खबर सुनते ही उनके जखराज स्थान गिरिहिंडा स्थित आवास पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोग पति-पत्नी के बीच चल रहे विवाद को आत्महत्या का कारण बता रहे हैं। 32 वर्षीय बरखा सोलंकी सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह की बेटी थी। वे शहर के जखराज स्थान के पास ही अपना क्लीनिक चलाती थी। इसके साथ ही वे शेखपुरा सदर अस्पताल शेखपुरा में चिकित्सक के पद पर तैनात थी।
गौरतलब है कि डॉ. बरखा सोलंकी जिले की प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ थी और सैकड़ों मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन और इलाज कर चुकी थी। दूर-दूर से लोग डॉ सोलंकी से मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने के लिए आते थे। डॉ. सोलंकी गरीब मरीजों की आखों का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया करती थी। जिसके कारण जिले में उनकी एक अलग पहचान बन चुकी थी। लेकिन अचानक उनकी मौत की खबर से लोग हतप्रभ हो गए हैं।