समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sat, 23 Sep 2023 01:24:00 PM IST
ARA: खबर भोजपुर से आ रही है, जहां प्रभारी महिला हेडमास्टर को सस्पेंड किए जाने से नाराज स्कूल की छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा मचाया। गुस्साए छात्रों और उनके परिजनों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी और निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंचे बीईओ को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा। घटना जगदीशपुर के दावां गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय की है।
दरअसल, राजकीय मध्य विद्यालय दावां में तालाबंदी कर छात्र-छात्राओं के साथ परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी प्रभारी प्रधानाध्यापिका का निलंबन वापस लेते हुए फिर से स्कूल में योगदान कराने की मांग कर रहे थे। देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ भी स्कूल में जुट गई। कोई स्कूल नहीं खोल सके इसके लिए बच्चे और परिजनों ने मेन गेट पर ताला जड़ दिया था। हंगामे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची बीईओ अंजू चौधरी को भी बच्चों और परिजनों के विरोध का सामना करना पड़ा।
तालाबंदी की खबर सुनकर स्थानीय मुखिया सुषुमलता कुशवाहा भी मौके पर पहुंची। तब बीईओ द्वारा वरीय अधिकारियों द्वारा निलंबन का पत्र जारी करने का हवाला देने सहित विद्यालय खोल कर वार्ता करने का अनुरोध किया गया लेकिन आक्रोशित नहीं माने और बीईओ से विद्यालय के बाहर ही वार्ता करने की बात कहने लगे। तब बीईओ द्वारा बाहर बैठकर वार्ता करने से मना कर दिया गया। तब थक हार कर बीईओ अपने निजी चारपहिया वाहन में बैठकर जाने लगी। बिना कोई उचित निर्णय हुए बीईओ के जाने पर बच्चों व परिजनों में गुस्सा भर आया और सभी ने बीईओ के गाड़ी को घेरकर वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे।
बीईओ जाने देने का अनुरोध करती रही लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। तब स्कूली बच्चों और परिजनों से घिरी बीईओ ने अपने कार का दरवाजा बंद कर लिया और गाड़ी के अंदर ही बैठ गई। सूचना मिलने पर जगदीशपुर थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। बाद में एसडीएम के आश्वासन और बीईओ द्वारा निलंबित प्रधानध्यिका के विद्यालय में पढ़ाने का भरोसा दिलाये जाने के बाद बच्चों व परिजनों का गुस्सा शांत हुआ हालांकि हंगामे के कारण अर्धवार्षिक परीक्षा भी बाधित हो गई।