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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 01 Dec 2024 01:03:21 PM IST
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Bihar Politics: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दो दिवसीय बिहार दौरे पर थी. राजधानी पटना में बैठक के बाद मिथिलांचल में विभिन्न कार्यक्रम में शामिल हुईं. वित्त मंत्री ने झंझारपुर के अररिया संग्राम में पर्यटन से जुड़े मिथिला हाट का निरीक्षण किया. इसके बाद 30 नवंबर को झंझारपुर में ही क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में शामिल हुईं, जहां छोटे-छोटे उद्योग समूहों के बीच लोन का वितरण किया. हालांकि वित्त मंत्री के मिथिलांचल दौरे के बाद विवाद खड़ा हो गया है. निर्मला सीतारमण ने पर्यटन विभाग से जुड़ी मिथिला हाट का निरीक्षण किया, लेकिन सूबे के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा जो स्थानीय विधायक भी हैं, वे नजर नहीं आए। वित्त मंत्री के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा थे. पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर तरह-तरह की राजनीतिक चर्चा शुरू हो गई है. कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं.
पर्यटन-उद्योग मंत्री को ही नहीं बुलाया
क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के तहत कल शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का झंझारपुर में कार्यक्रम था. राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की तरफ से यह कार्यक्रम आयोजित की गई थी. इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, झंझारपुर के सांसद राम प्रीत मंडल, मधुबनी के सांसद अशोक कुमार यादव, राज्यसभा के सांसद संजय कुमार झा और फैयाज अहमद आमंत्रित थे. आमंत्रण कार्यक्रम में इन सभी के नाम का उल्लेख किया गया था, लेकिन सबसे खास बात यह की जिस झंझारपुर में केंद्रीय वित्त मंत्री का प्रोग्राम रखा गया था, वहां स्थानीय विधायक सह उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा को ही आमंत्रित नहीं किया गया था. मिथिला हाट झंझारपुर विस क्षेत्र में ही है, पर्यटन विभाग की तरफ से ही यह संचालित की जाती है, लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री के मिथिला हाट विजिट के दौरान भी पर्यटन मंत्री को दूर रखा गया. स्थानीय सह रास सांसद संजय झा वित्त मंत्री के पूरे कार्यक्रम के दौरान साथ-साथ चल रहे थे. बता दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मधुबनी हाट का निरीक्षण करने के बाद 30 नवंबर को झंझारपुर में विभिन्न उद्योगों से जुड़े लाभुकों के बीच ऋण का भी वितरण किया. जिन योजनाओं के तहत स्वीकृति पत्र जारी किए गए थे, उनमें पीएम मुद्रा, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम सम्मान निधि, पीएम विश्वकर्मा समेत अन्य ऋण शामिल था.
नीतीश मिश्रा को नहीं बुलाने पर शुरू हुई चर्चा
बिहार के पर्यटन सह उद्योग मंत्री को अपने विधानसभा क्षेत्र झंझारपुर में भी आमंत्रित नहीं किए जाने पर सवाल उठने लगे हैं. चर्चा शुरू हो गई है कि मधुबनी, झंझारपुर के लोस सांसदों के अलावे जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष सह रास सांसद संजय झा के साथ-साथ राजद के रास सांसद फैयाज अहमद को आमंत्रित किया गया, लेकिन सरकार में पर्यटन और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा संभालने वाले नीतीश मिश्रा को अपने विधानसभा क्षेत्र से ही क्यों अलग किया गया ? पूरे मिथिलांचल में इसकी चर्चा है. क्या इसके पीछे कोई बड़ा खेल है...क्या नीतीश मिश्रा के बढ़ते कद से कुछ नेताओं को जलन होने लगी है ? लिहाजा लंगड़ीमार राजनीति की जाने लगी है...यही वजह है कि नीतीश मिश्रा को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया ? इन तमाम सवालों को लेकर दरभंगा-मधुबनी में राजनैतिक चर्चा जारी है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के झंझारपुर दौरे में स्थानीय विधायक सह पर्यटन-उद्योग विभाग के मंत्री नीतीश मिश्रा क्यों नहीं शामिल हुए...हमने उनसे सवाल किया. इस सवाल पर नीतीश मिश्रा ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
विवेकानंद की रिपोर्ट