PATNA : देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा आज अपने सहयोगियों के साथ राजधानी दिल्ली में बड़ी बैठक करने जा रही है। वैसे तो यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह के संदर्भ में हो रही है। लेकिन कहीं न कहीं इस बैठक का उद्देश्य एनडीए गठबंधन के सहयोगियों को मजबूत रखने और उनके समर्थन को साथ बनाए रखने के लिए भी हो सकती है। यह बैठक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी नड्डा के आवास पर होगी।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों के राजनीतिक हालातों के ध्यान में रखते हुए बीजेपी के लिए अपने गठबंधन सहयोगियों का समर्थन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि, भाजपा के पास अकेले बहुमत नहीं है। इस कारण एनडीए के सहयोगियों के समर्थन को सुनिश्चित करना बीजेपी की पहली प्राथमिकता बन गया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि चूंकि एनडीए के पास औपचारिक समन्वय समिति नहीं है। लिहाजा यह बैठक राजनीतिक मुद्दों पर सहयोगियों को एकजुट करने का अवसर होगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में भाजपा अपने सहयोगियों से अनुरोध करेगी कि वे विपक्ष के खिलाफ एकजुट हों। बताया जा रहा है कि बैठक के बाद एनडीए नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। जिसमें कांग्रेस और अन्य विरोधियों को कैसे जवाब दिया जाए इसका एजेंडा तय होगा। खासकर दलित समुदाय में इसलिए पार्टी ने इस बार इस मुद्दे को गंभीरता से लेने का निर्णय लिया है और एनडीए को एकजुट होकर विपक्षी रणनीतियों का सामना करने की योजना बना सकती है।
गौरतलब हो कि, 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए भाजपा ने दिल्ली में अपनी कोर कमिटी की बैठक बुलाई है। दो दिनों तक चलने वाली बैठक में पार्टी के सभी 31 कोर कमिटी सदस्य शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनाव की तैयारी और विपक्षी दलों का मुकाबला करने की रणनीति बनाना है। एनडीए गठबंधन में पशुपति पारस की भूमिका पर भी विचार-विमर्श होगा। साथ ही, पार्टी के संगठनात्मक चुनावों पर भी चर्चा की जाएगी।