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1st Bihar Published by: Updated Thu, 07 Oct 2021 10:15:25 AM IST
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PATNA : बिहार में अपराधियों के मन से पुलिस का खौफ बिल्कुल गायब हो चुका है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अगस्त महीने में सूबे में पुलिस पर हमले की कुल 24 वारदातें हुईं हैं. अगस्त महीने की जब रिपोर्ट पुलिस के वरीय अधिकारियों के सामने आई तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने तुरंत घटनाओं की समीक्षा कर अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया.
दरअसल, कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस मुख्यालय में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) विनय कुमार ने अगस्त महीने की समीक्षा की, जिसमें यह बात सामने आई कि केवल अगस्त महीने में पुलिस पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किये जाने की 24 घटनाएं हुईं हैं. एडीजी ने इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण का निर्देश दिया है. यह भी कहा गया है कि प्रत्येक महीने इस तरह की घटनाओं की समीक्षा भी की जायेगी.
पुलिस मुख्यालय में हुई समीक्षा के दौरान जो बातें सामने आई हैं उससे पता चला है कि अगस्त महीने में पुलिस पर हुए हमले की 24 घटनाओं में सर्वाधिक तीन-तीन घटनाएं गया, वैशाली और नालंदा में घटित हुई हैं. इसके अलावा नवादा में दो, औरंगाबाद में दो, पूर्णिया में एक, खगड़िया में एक, बगहा में एक, बांका में एक, दरभंगा में एक, गोपालगंज में एक, कटिहार में एक, सीवान में एक, बेगूसराय में दो और मुजफ्फरपुर में एक घटना हुई. इसके अलावा अगस्त महीने में ही राज्य भर में पुलिस के साथ संघर्ष की की चार घटनाएं हुईं, उनमें गोपालगंज में तीन और दरभंगा में एक घटना शामिल है.
लॉ एंड ऑर्डर एडीजी विनय कुमार ने कहा कि पुलिस पर हमले की घटनाओं के अभियुक्तों की जल्दी गिरफ्तारी का निर्देश सभी जिलों को दिया गया है. उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी तो यह है कि इस तरह की घटनाओं को घटित होने से ही रोका जाये. इसके लिए छापेमारी के दौरान पूरी तैयारी के साथ जाने का निर्देश दिया गया है. छापेमारी बड़ी हो तो डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम जायें और जाने से पहले जिले के एसपी को जरूर सूचना हो. अगर इस तरह की घटना घटित होती है तो अभियुक्तों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई का उन्होंने निर्देश दिया है ताकि पुलिस का मनोबल न गिरने पाये.