Bihar Crime News: बिहार में संपत्ति के लिए बुजुर्ग महिला की हत्या, बदमाशों ने घर में घुसकर चाकू से गोदा Bihar Crime News: बिहार में संपत्ति के लिए बुजुर्ग महिला की हत्या, बदमाशों ने घर में घुसकर चाकू से गोदा BPSC EXAM : बायोमेट्रिक उपस्थिति की गड़बड़ी से अभ्यर्थियों को घबराने की जरूरत नहीं, आयोग ने जारी की अहम सूचना Patna News: जेपी नड्डा के पहुंचने से ठीक पहले BJP दफ्तर के बाहर संविदा कर्मियों का प्रदर्शन, हंगामे के कारण बैठक का स्थान बदला Patna News: जेपी नड्डा के पहुंचने से ठीक पहले BJP दफ्तर के बाहर संविदा कर्मियों का प्रदर्शन, हंगामे के कारण बैठक का स्थान बदला BIHAR ELECTION : जेपी नड्डा का RJD पर हमला, कहा- ‘बिहार भय और अपहरण से निकलकर विकास की राह पर’ Special Intensive Revision: बिहार के बाद पूरे देश में SIR कराने की तैयारी, इस राज्य में चुनाव आयोग की राजनीतिक दलों के साथ बैठक Special Intensive Revision: बिहार के बाद पूरे देश में SIR कराने की तैयारी, इस राज्य में चुनाव आयोग की राजनीतिक दलों के साथ बैठक Bihar News: बिहार में शिक्षा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में आएगा बड़ा बदलाव, तीन प्रमुख भवनों का उद्घाटन जल्द Patna news: बिहार के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, पटना में ट्रैफिक चालान मामलों का निपटारा नहीं होने पर हंगामा
1st Bihar Published by: RANJAN Updated Wed, 03 May 2023 08:25:49 PM IST
- फ़ोटो
SASARAM: बिहार पुलिस का फिर एक नया कारनामा सामने आया है। इस कारनामे को जानेंगे तो आप भी सकते में पड़ जाएंगे। दरअसल ढाई साल पहले जिस व्यक्ति की मौत हो गयी थी उसे सासाराम नगर थाना पुलिस ने जिंदा बता दिया। यही नहीं वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर मृतक के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2019 को 17 लोगों के खिलाफ नगर थाना में केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ 31 दिसंबर 2022 को आरोप पत्र दाखिल कर दिया। मामले को संज्ञान में लेते हुए सीजेएम कोर्ट ने केस को ट्रायल के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में भेजा। तब बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि एक आरोपी सुदामा महतो की 30 जुलाई 2020 को मौत हो गयी है।
जिसके बाद नगर थानाध्यक्ष से कोर्ट ने रिपोर्ट मांगी। 2 अप्रैल 2023 को पुलिस ने रिपोर्ट देते हुए बताया कि सुदामा महतो की मौत हो गई है। जिसके बाद कोर्ट ने पूछा कि जब आरोपित की मौत हो गयी तब किस परिस्थिति में ढाई साल बाद आरोप पत्र दाखिल किया गया। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई। कोर्ट ने वरीय पुलिस पदाधिकारी को इस पूरे मामले की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।