JAMUI: जमुई पुलिस ने पिछले 8 साल से फरार दुर्दांत नक्सली को गिरफ्तार किया है।21 साल के उम्र में नक्सली ने पांच लोगों को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस लंबे समय से इसे तलाश कर रही थी और आखिरकार वह हत्थे चढ़ गया। जमुई पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है।
जानकारी के मुताबिक, साल 2017 में विजय कोड़ा ने कुख्यात नक्सली बालेश्वर कोडा, अर्जुन कोडा के साथ मिलकर कुमरतरी गांव निवासी शिव कोड़ा और बजरंगी कोड़ा एवं उनकी पत्नी मीना कोड़ा को कुकुरझाप डैम पर जन अदालत लगाकर पुलिस मुखवारी के आरोप में मौत के घाट उतार दिया था। जबकि साल 2018 में इसने कुख्यात नक्सली कमांडर बालेसर दा, अरविंद यादव, अर्जुन कोड़ा और बालेसर कोड़ा के साथ मिलकर गुरमहा निवासी दो भाई मदन कोड़ा और प्रमोद कोड़ा को पुलिस मुखवारी के आरोप में जन अदालत लगाकर मौत के घाट उतार दिया था।
बरहट थाना पुलिस ने पिछले 8 साल से फरार हार्डकोर नक्सली विजय कोड़ा को सीआरपीएफ के मदद से गिरफ्तार कर लिया है। जमुई के एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि एसपी डा. शौर्य सुमन को सूचना मिली कि नक्सल कांड में शामिल आरोपी अपने घर आया हुआ है। सूचना मिलते ही टीम ने कुमरतरी गांव में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस को देखकर नक्सली भागने लगा लेकिन सुरक्षा बलों ने आखिर उसे धर दबोचा। विजय कोड़ा हार्डकोर पूर्व नक्सली अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा, प्रवेश और अरविंद यादव का सहयोगी रह चुका है।