PATNA: सासाराम और नालंदा के बिहारशरीफ समेत राज्य के कुछ जिलों में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर बिहार का पुलिस और प्रशासनिक महकमा अलर्ट पर है। राज्य में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश की हाई लेवल मीटिंग के बाद अधिकारी एक्शन में आ गए हैं। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी आरएस भट्टी ने सासाराम और बिहारशरीफ हिंसा को लेकर की गई कार्रवाई की जानकारी संयुक्त रूप से दी।
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि रामनवमी के जुलूस को लेकर इस बार हर साल से ज्यादा प्रशासनिक स्तर पर तैयारिया की गई थीं। एक हफ्ते पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी डीएम, एसपी, आईजी, डीआईजी और कमीशनर की बैठक हुई थी। उन्होंने बताया कि दो शहरों को छोड़कर सभी स्थानों पर शांतिपूर्ण हालात रहे। सभी प्रसाशनिक पुलिस पदाधिकारियों ने बेहतर काम किया है।
मुख्य सचिव ने कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में अशांति फैलाने की कोशिश की गई लेकिन वरीय पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जल्द ही हालात पर काबू पा लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसकी समीक्षा की है। हर हाल में शांति व्यवस्था कायम रखी जाएगी। जो भी शांति भंग करने की कोशिश करेंगे उनकी पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था हर हाल में बनी रहेगी।
वहीं डीजीपी आरएस भट्टी ने बताया कि दोनों जगहों पर विधि व्यवस्था नियंत्रण में है। दोनों जगहों से अबतक 109 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य लोगों की पहचान की जा रही है, पहचान के बाद उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य की शांति को भंग करने की कोशिश की गई है। ऐसे और भी लोगों की पहचान कर आगे कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि उपद्रव के दौरान एक व्यक्ति की मौत हुई हैं। सासाराम में ब्लास्ट के मामले पर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति बम बना रहा था वह अपराधी था। बम बनाने वाले शख्स के साथ कुल 6 लोग घायल हुए हैं। राज्यभर में 1832 जुलूस चल रहे थे, सभी को बेहतर तरीके संपन्न करा लिया गया है। एक-एक वीडियो की छानबीन की जा रही है। रामनवमी के मौके पर चार अतिरिक्त कम्पनी बिहार को मिली हैं। रामनवमी के अवसर पर जो सुरक्षा की तैयारी होती हैं वह सभी तैयारियां की गई थीं।